विकासात्मक योजनाओं हेतू निर्णय लेने में डेटा की अहम भूमिका - गौरव महाजन
इस अवसर पर उन्होंने भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस द्वारा सांख्यिकी के क्षेत्र में दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस - 2024 का विषय ’’निर्णय लेने में डेटा का उपयोग’’ है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के संचालन एवं राष्ट्र हित में नीति निर्माण हेतु डेटा का बहुत अधिक महत्व है और विभिन्न संस्थाओं द्वारा डेटा एकत्रित करने, उसका विश्लेषण करने और डेटा के आधार पर निर्णय लेने के लिए बहुत अधिक निवेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर भी योजनाओं व नीतियों के निर्माण हेतु सही आंकड़ों की अहम भूमिका रहती है जिनके आधार पर निष्पक्ष एवं परिणामोन्मुख निर्णय लिए जाते है।
उन्होंने सांख्यिकी डेटा के संग्रह, संकलन और विश्लेषण के लिए मजबूत प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डेटा विश्वसनीय और वास्तविक समय का होना चाहिए ताकि वांछित परिणाम प्राप्त किए जा सकें। उन्होंने कहा कि डेटा अर्थव्यवस्था और व्यक्तियों के दैनिक जीवन को संचालित करने के लिए ईंधन के रूप में कार्य करता है।
जिला सांख्यिकी अधिकारी अश्वनी कुमार ने समारोह का संचालन करते हुए सांख्यिकी के क्षेत्र में आंकड़ों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस प्रोफेसर महालनोबिस के जन्म दिवस पर प्रतिवर्ष 29 जून को मनाया जाता है जिन्होंने भारत में प्रथम भारतीय सांख्यिकी संस्थान की स्थापना की थी। उन्होंने विभागों के अधिकारियों से अपने-अपने विभागों से संबंधित आंकड़ों को सही समय पर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया।
इस दौरान विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों ने भी अपनी जिज्ञासा व विचार सांझा किए।