गद्दी छात्र कल्याण संघ हि० प्र० इकाई ने कुलपति को सौंपा ज्ञापन
अक्स न्यूज लाइन शिमला 6 अप्रैल :
गद्दी छात्र कल्याण संघ हि० प्र० इकाई द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए आरक्षित पीएचडी. की सीट को असंवैधानिक तरीके से अनारक्षित करने के खिलाफ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर राजेन्द्र वर्मा को ज्ञापन सौंपा गया,जिसमें प्रति कुलपति महोदय जी ने हमें आश्वासित किया कि इस विषय पर पारदर्शिता से जांच की जाएगी ।
अनुसूचित जनजाति वर्ग के पीएच.डी. में आरक्षण को समाप्त करने के विरुद्ध अपनी बात रखते हुए, अध्यक्ष कार्तिक ने बताया की पिछले दिनों वाणिज्य विभाग में पीएचडी. की सीटों के लिए आवेदन का विज्ञापन निकाला जिसमें कि 3 सीट सामान्य छात्र वर्ग , 1 अनुसूचित जाति,1 सीट दिव्यांग और केवल 1 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों के लिए निकाली गयी, लेकिन जब अनुसूचित जनजाति वर्ग से कोई आवेदन नहीं आया तो अनुसूचित जनजाति की सीट को सामान्य में बदला गया।
अनुसूचित जनजाति की सीट को परिवर्तित करने का प्रावधान न तो विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस में है और न ही यूजीसी की गाइड लाइन में दिया हुआ है,उसके बावजूद भी वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष ने अधिष्ठाता अध्ययन के साथ मिल कर अनुसूचित जनजाति के आरक्षित स्थान को सामान्य छात्रों की सूची में जोड़ कर अनुसूचित जनजाति से सम्बन्ध रखने वाले छात्रों के अधिकार को हड़पने का काम किया है।
गद्दी छात्र कल्याण संघ-हि.प्र.के अध्यक्ष कार्तिक ने विभाग के ऐसे कामों की निंदा करते हुए कहा कि यदि आने वाले समय में विभाग इस प्रवेश को रद्द नहीं करता और अधिष्ठाता अध्ययन और वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष ने अपने अपने पद से जल्द से जल्द इस्तीफा नहीं दिया तो आने वाले समय में उग्र से उग्र आंदोलन करने में किसी प्रकार का परहेज नहीं किया जाएगा।
गद्दी छात्र कल्याण संघ-हि.प्र. द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की जाती है कि वाणिज्य विभाग में अवैध तरीके से प्रवेश की प्रक्रिया को रोकने के लिए शीघ्र अतिशीघ्र कार्यवाही अमल में लाई जाए तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को प्रवेश के लिए विज्ञापन जारी किया जाए।