भाषा एवं संस्कृति विभाग तथा कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में मीमांसा - 2025 का आयोजन

अक्स न्यूज लाइन शिमला 18 अप्रैल :
भाषा एवं संस्कृति विभाग तथा कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्व तत्वावधान में मीमांसा - 2025, बाल साहित्य महोत्सव साहित्य, कला और रचनात्मकता को एक जीवंत उत्सव में एक सा हीथ लाने के लिए बड़े उत्साह के साथ शुरू हुआ। 15 से अधिक स्कूल, स्वर्ण पब्लिक स्कूल, आईवीवाई इंटरनेशन्स, एसपीआईपीएस, मोनाल पब्लिक स्कूल, सेक्रेड हार्ट, एलसीटीएच, एएचएस, एएचबीएस, संभोता तिब्बती स्कूल, जीएसएसएस सरोग, जीएसएसएस बालूगंज आदि भाग ले रहे हैं । इस आयोजन में भाग लेने के लिए 300 से अधिक छात्रों ने अपना पंजीकरण करवाया है। वे तीन दिनों की अवधि में किसी न किसी कार्यक्रम में भाग लेंगे।
आयोजन के प्रथम दिवस के साहित्यिक सत्रों से लेकर आकर्षक कार्यशालाओं तक कई शानदार गतिविधियाँ हुईं, जिन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। • प्रेरक कलाकार प्रिया कुरियन ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत दी तथा दीप प्रज्वलित कर आयोजन का शुभारंभ किया । इस अवसर पर भाषा एवम् संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक मंजीत शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।• भाषण प्रतियोगिता (जूनियर): युवा आवाज़ों ने एक जोशीली प्रतियोगिता में मंच संभाला, जिसमें उन्होंने अपनी वक्तृत्व कला और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया। निर्णायक मंडल में डॉ. दीप्ति पंजी, प्रिंस अभिषेक और एता ठाकुर शामिल थे, जो शिक्षा के क्षेत्र में सभी प्रतिष्ठित नाम हैं।
• पुस्तक सत्र 1: ज्योत्सना अत्रे की मनमोहक रचना, द जंगल बुक ऑफ़ राइम्स/कैप्टन सुबू, का संचालन प्रिंसिपल विनीता सूद ने किया, जबकि उन्होंने अपनी अनूठी कथा शैली से युवा पाठकों - वरही, अमोल, अथर्व और सजल - को आकर्षित किया।
• कविता पाठ: दिनेश शर्मा ने युवा पाठकों के साथ अपनी काव्य अभिव्यक्तियाँ साझा कीं, जबकि युवा पाठकों ने उनके साथ अपनी मूल कविताएँ साझा कीं, जिससे श्रोताओं को लय और शब्दों की एक चिंतनशील भावना मिली।
• पुस्तक सत्र 2: किशन श्रीमान ने अपनी पुस्तक देव नगरी का परिचय दिया, जिसका संचालन विचित्र अजय ने किया, जिन्होंने श्रोताओं को गहरी कहानी और पौराणिक आश्चर्य की दुनिया में डुबो दिया। युवा समीक्षक मनोहर लाल, सेन्हा हरनोट, सजल शर्मा और शौर्य थे।
पुस्तक सत्र 3: प्रीति शर्मा असीम ने भारत के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परिदृश्य की समृद्ध खोज, सप्त सिंधु भारत के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके सत्र का संचालन विचित्र अजय ने किया और युवा पाठक मनीषा शर्मा, तरुण शर्मा और सचिन शर्मा थे। • कला पैनल चर्चा का नेतृत्व उपासना बिष्ट ने प्रिया कुरियन के साथ किया, जिन्होंने एक विचारोत्तेजक पैनल में कला की उभरती दुनिया पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की, जिससे प्रतिभागियों के बीच जीवंत चर्चा हुई। इसके बाद सभी ने नवोदित कलाकारों को एक रोमांचक और प्रतिस्पर्धी माहौल में अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते देखा, प्रतिभागी कक्षा 2 से 4; कक्षा 5 से 7; कक्षा 8 से 10; कक्षा 11 और 12; कॉलेज स्तर के थे। • वर्ड प्ले वर्कशॉप: आलोक सिंह के नेतृत्व में एक अनूठी कार्यशाला ने प्रतिभागियों के बीच रचनात्मकता और भाषाई मज़ा को बढ़ावा दिया। 3 छात्रों की बारह टीमों ने भाग लिया, जबकि वही टीमें कल प्रतिस्पर्धा करेंगी। गतिशील आदान-प्रदान और अभिव्यक्तियों से भरा यह कार्यक्रम अगले दिनों में एक रोचक निरंतरता के लिए मंच तैयार करता है।