अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला सिरमौर नाहन इकाई द्वारा नाहन में प्रदेश सुक्खू सरकार की शव यात्रा निकाली गयी जिसमें बढ चढ़कर सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिला कार्यालय मंत्री व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गौरव, इकाई अध्यक्ष स्वपनील, इकाई मंत्री साहिल ने प्रदेश सरकार का शव दहन करते हुए बताया कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त चुकी है जिसमें विद्यार्थी विरोधी निर्णय यह सरकार ले रही है। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटी से सत्ता में आई सरकार से चारों ओर बेरोजगारी से युवा त्रस्त हो चुका है। महिलाओं से 1500 रुपये का झूठा वादा किया है। आज पूरा प्रदेश सुक्खू सरकार से दुखी हो चुका है जिस कारण शव यात्रा निकालने के लिए विद्यार्थी छात्र संगठन को सड़कों पर आना पड़ा। सरकार में केवल मित्रों को नौकरी प्राप्त हो रही है प्रदेश की जनता को यह सरकार ₹5000 रुपए की अनेक प्रकार के मित्र नाम की नौकरी का झांसा देकर ठग रही है।
एबीवीपी ने जिन मांगो को लेकर शव यात्रा निकाली उनमे छात्र संघ चुनाव बहाल करने, सरदार पटेल विश्वविद्यालय का दायरा बढ़ाने, “कृषि विश्वविद्यालय की 112 हैक्टेयर भूमि को प्रदेश सरकार द्वारा हस्तारित कर हड़पना बंद करने तथा कृषि विश्विद्यालय पालमपुर,तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर और नौनी विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपतियों की नियुक्ति जल्द करने बारे मांग उठाई गयी। वहीँ मांग की गई कि केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश धर्मशाला परिसर के भवन निर्माण को शुरू करवाने हेतु प्रदेश सरकार तुरंत पर्यावरण एवं वन मंत्रालय में लंबित 30 करोड़ रुपये शीघ्र अति शीघ्र जमा करवाए, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूर्णरूप से लागू करने, महाविद्यालय / 'हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र' के आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने,. प्रदेश के विश्विद्यालय HPU/SPU में मूल्यांकन प्रक्रिया को सुदृढ़, प्रदेश के 100 स्कूलों को परिवर्तित करने का निर्णय वापस लेने तथा 5 लाख नौकरियों के झूठे दावे बंद कर स्थाई रोजगार प्रदान करने बारे भी मांग की गयी। वहीँ एबीवीपी ने हिमाचल प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था और बढ़ती नशा खोरी को भी चिंतनीय बताया। धरना प्रदर्शन के दौरान साहिल, शीतल,अंकित, काजल, गौरव, आदित्य, रिया, विकास, श्वेता, निखिल, इत्यादि कार्यकर्ता में मौजूद रहे।