अपने परिसरों से करें ‘स्वच्छता ही सेवा’ की शुरुआत: अमरजीत सिंह
उन्होंने बताया कि इस वर्ष उक्त पखवाड़े के लिए ‘स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’ का विषय दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे स्वभाव और संस्कार में ही स्वच्छता होनी चाहिए। तभी यह अभियान सही मायनों में सफल साबित होगा। उपायुक्त ने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने कार्यालय परिसरों से स्वच्छता ही सेवा की शुरुआत करके आम लोगों के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि 14 सितंबर को पखवाड़े के शुभारंभ अवसर पर सफाई अभियान के साथ-साथ आम लोगों को जागरुक करने के लिए अन्य गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। अभियान के प्रथम चरण में स्वच्छता में आम लोगों की भागीदारी पर फोकस किया जाएगा। 15 सितंबर को सभी पंचायतों में विशेष ग्राम सभा होगी, जिसका मुख्य मुद्दा संपूर्ण स्वच्छता ही रहेगा। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन के शैल्फ भी मंजूर किए जाएंगे।
दूसरा चरण संपूर्ण स्वच्छता के लिए समर्पित रहेगा। इस दौरान कूड़े के हॉट स्पॉट्स चिह्नित करके इन्हें साफ किया जाएगा। जलस्रोतों की भी सफाई की जाएगी। उपायुक्त ने ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, शहरी विकास, युवा सेवाएं एवं खेल, जल शक्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास और अन्य विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे इस सफाई अभियान में पंचायत जनप्रतिनिधियों, महिला मंडलों, युवा मंडलों, अन्य सामाजिक संगठनों और विद्यार्थियों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने बताया कि तीसरे चरण में सफाई कर्मचारियों और सफाई मित्रों के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जिनमें उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी तथा उन्हें विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाएगा। पखवाड़े के दौरान सराहनीय कार्य करने वाले विभागों, संस्थाआंे और आम लोगों को 2 अक्तूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर पुरस्कृत किया जाएगा। उपायुक्त ने इस अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों से सुझाव भी आमंत्रित किए।
बैठक में एडीएम राहुल चौहान और डीआरडीए की परियोजना अधिकारी अस्मिता ठाकुर ने पखवाड़े के लिए प्रस्तावित गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।