हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने की तैयारी में कांग्रेस: अनुराग ठाकुर
अक़्स न्यूज लाइन, हमीरपुर --12 मई
केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर अपने संसदीय क्षेत्र में आज हमीरपुर में आधा दर्जन से ज़्यादा जनसभाएँ और बैठकों के दौरान कहा कि इन चुनावों में कांग्रेस की हार निश्चित है और कांग्रेस इस हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने की तैयारी कर रही है। श्री अनुराग ठाकुर ने कहा हिमाचल में भाजपा हिमाचल में सभी 4 की 4 और देश में 400 सीटें जीतेगी।
ठाकुर ने कहा “ कांग्रेस और उसके सहयोगी दल पक्की हार देखकर
श्री अनुराग यह लोग पहले से ही अपनी हार का ठीकरा फोड़ने के बहाने ढूढ़ रहे हैं। ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ने की तैयारी इनके ख़ेमे में की जा रही है। जमीनों पर कब्जे करने वाले ऐसे लोगों की आज खुद को राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है इसीलिए यह कभी पाकिस्तान के समर्थन में बयान बाजी कर रहे हैं। यह लोग आज कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास एटम बम है। शायद भूल गए हैं कि भारत ने 1965, 1971 और कारगिल के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाई है। आज हम आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारते हैं”
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि “आज हमारे प्रभु श्री राम भारतीय जनता पार्टी के विश्वसनीयता के प्रतीक हैं। जब हम जय श्री राम बोलते हैं तो उससे पता चलता है कि चाहे कितनी भी विकट राजनीतिक परिस्थितियां रहीं, हमने प्रभु श्री राम को कभी नहीं छोड़ा। आज मोदी जी के कार्यकाल में अयोध्या धाम में भव्य राम मंदिर बन चुका है। इससे पता चलता है कि हम जो कहते हैं वह करते हैं। हमने ट्रिपल तलाक हटाया, कश्मीर से धारा 370 हटाई और सीएए लागू किया। आज उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड भी लागू हो चुका है और अन्य राज्य भी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मोदी की गारंटी यानी गारंटी पूरा होने की गारंटी है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार विकास और विरासत दोनों को साथ लेकर चल रही है वहीं कांग्रेस और विपक्षी दल रात- दिन सनातन के विरोध में खड़े हैं। इनके लिए तुष्टिकरण और वोट बैंक पॉलिटिक्स सबसे अहम है”
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि “मोदी सरकार ने देश का चहुमुखी विकास सुनिश्चित किया क्योंकि देश की जनता ने मोदी को मौका दिया। मोदी सरकार की हैट्रिक होगी तो देश विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा।विपक्ष का काम है लोगों को गुमराह करना मगर आज आंकड़े बताते हैं कि रोजगार बढ़ा है और बेरोजगारी दर घटी है। "2018 से लेकर 2024 तक ईपीएफओ में 7 करोड़ 60 लाख लोग इनरोल हुए हैं। यानी इतने लोगों को फॉर्मल सेक्टर में रोजगार मिला है और ऐसा तब हुआ है जब इसमें लगभग 2 वर्ष कोविड के कारण अस्त व्यस्त रहे। इसके अलावा लगभग 30 करोड़ ई-श्रम कार्ड बनाए गए हैं। मुद्रा योजना के अंतर्गत 41 लाख ऋण दिए गए जिससे लोगों को अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका मिला। इसके अलावा मात्र इसी साल एक करोड़ 44 लाख लोगों को रोजगार मिला है। 10 लाख लोगों को मोदी सरकार ने पिछले वर्ष हीं सरकारी नौकरी दी है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि बेरोजगारी दर लगातार गिर रही है और हम अभी भी इसे और काम करने के लिए प्रयासरत हैं। आज से 2 वर्ष पहले जीएसटी कलेक्शन 90 हजार करोड़ की थी, आज 2 लाख 14 हजार करोड़ है। इससे पता चलता है कि हमारा व्यापार बढ़ा है और अगर व्यापार बढ़ा है तो क्या रोजगार नहीं बढ़ा होगा? इसी प्रकार विदेशी पूंजी निवेश 31 बिलियन डॉलर से बढ़कर 71 बिलियन डॉलर हो चुका है। इससे भी रोजगार बढ़े हैं।"