सीमेंट प्लांट विवाद मामला, मुख्य सचिव ने डीसी सोलन-बिलासपुर को विवाद सुलझाने के दिए निर्देश

सीमेंट प्लांट विवाद मामला, मुख्य सचिव ने डीसी सोलन-बिलासपुर को विवाद सुलझाने के दिए निर्देश


एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाना और अंबुजा सीमेंट प्लांट दाड़लाघाट में कंपनी ओर ट्रक ऑपरेटर के बीच विवाद के चलते सभी गतिविधियां अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई है और कोई भी काम नहीं हो रहा है। जिससे हजारों परिवारों की रोजी-रोटी पर भी संकट खड़ा हो गया है। 
ट्रक यूनियन रेट बढाने पर की माग कर रही है। जिससे कंपनी घाटे का हवाला देकर काम ठप्प कर दियाहै। वही मुख्य सचिव ने सोलन और बिलासपुर के डीसी को इस मामले को सुलझाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के  मुख्य सचिव आरडी धीमान सीमेंट प्लांट्स बंद करने पर कहा कि कुछ समय से ट्रक और कंपनी प्रबंधन के बीच विवाद चल रहा था। 
इस बीच अचानक कंपनी प्रबंधन ने प्लांट बन्द करने का फैसला लिया । धीमान ने कहा डीसी सोलन और बिलासपुर को विवाद सुलझाने के लिए कहा गया है। प्लांट्स को सरकार किसी भी हालात में बंद नहीं होने देगी। 
बता दे अदाणी समूह ने घाटे का हवाला देते हुए बरमाणा स्थित एसीसी और दाड़लाघाट में अंबुजा सीमेंट प्लांट में तत्काल प्रभाव से सभी गतिविधियां बंद कर दिया है। बरमाणा स्थित प्लांट हेड ने नोटिस जारी कर सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर आने से इंकार कर दिया। जिसे हजारों परिवारों पर रोजी रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार श्री नरेश चौहान ने यहां जारीएक वक्तव्य में कहा कि प्रदेश के आर्थिक संसाधनों को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्रीश्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के नेतृृत्व में प्रदेश सरकार प्रभावी कदम उठाएगी औरविपक्ष को इस बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।हैलीकॉप्टर उड़ानों से संबंधित पूर्व मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर केबयान पर पलटवार करते हुए श्री चौहान ने कहा कि इस बारे में उनकी चिंता अब दिखी हैऔर इसके लिए उनका हम आभार जताते हैं। उन्होंने कहा कि अगर पांच वर्ष पहलेउनके मन में ऐसे विचार आ जाते तो प्रदेश तथा यहां की जनता का ज्यादा भलाहोता। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर सरकारी हेलिकॉप्टरका कतई उपयोग नहीं किया गया और इस दौरान यह अनाडेल में ही स्थित रहा। इसकेविपरीत अति-विशिष्ट व्यक्तियों के लिए निजी हेलिकॉप्टर का उपयोग कियागया।उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये काकर्ज छोड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा वित्तीय प्रबन्धन पर टिप्पणी करना हास्यास्पद है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेशसरकार की प्राथमिकता बिल्कुल स्पष्ट है और फिजूलखर्ची कम करने तथा मितव्ययताको लेकर सरकार उपयुक्त कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के गठन को अभी एकसप्ताह भी नहीं हुआ है और श्री जय राम ठाकुर अभी संयम रखें और इंतजार करेंतभी उन्हें श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के सशक्त नेतृत्व एवं कर्मठ कार्यशैली देखनेको मिलेगी।