सूबे में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा हुई रदद् -मुख्यमंत्री ने लाइव संबोधन में कहा
नाहन, 6 मई: सूबे में हाल ही में आयोजित हुई पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा रद्द कर दी गई है। सुंदरनगर प्रकरण के बाद अब कांगड़ा में परीक्षा के प्रश्नपत्रों के लीक होने की जानकारी के बाद सरकार हरकत में आई है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने लाइव संबोधन में परीक्षा को रद्द करने की बात की है। सीएम ने कहा कि परीक्षा कोई भी हो,पूरी पारदर्शिता बरती जानी चाहिए। सीएम ने कहा कि ऐसी संभावनाएं लग रही हैं कि लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। ठाकु र ने कहा कि जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। इसका नेतृत्व डीआईजी मधूसूदन करगें। उन्होंने कहा कि ये एसआईटी कांस्टेबल भर्ती की पूरी जांच करेगी।
सीएम ने कहा कि इस महीने के अंत तक लिखित परीक्षा को दोबारा करवाने के कार्य को पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की कोशिश रही है कि तमाम भर्ती में पूरी पारदर्शिता हो। उन्होंने कहा कि शंकाओं को लेकर ये निर्णय लिया गया है।
दस्तावेजों की जांच के दौरान कांगड़ा के एसपी खुशहाल चंद शर्मा को तीन युवाओं पर शक हुआ। तीनों युवाओं के 90 में से 70 अंक थे। लेकिन दसवीं की कक्षा में उनके अंक 50 प्रतिशत भी नहीं थे। शक के आधार पर एसपी ने युवाओं से अलग.अलग पूछताछ की। पूछताछ में युवक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। युवकों ने कबूल किया कि लिखित परीक्षा से पहले ही 6 से 8 लाख रुपए देकर उन्हें प्रश्नों के उत्तर मिल गए थे। उन्हें उत्तर रटने को कहा गया था। तीन अभ्यर्थियों ने 6 से 8 लाख रुपए देकर प्रश्नपत्र और उसके उत्तर हासिल कर लिए थे। वे परीक्षा में अप्रत्याशित 70 अंकों के साथ पास हुए।
माना जा रहा है कि प्रश्नपत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ। पेपर लीक करने वाले आरोपी हरियाणा व दिल्ली के बताए जा रहे हैं। तीनों युवक अब पुलिस हिरासत में हैं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए देर रात टीमें गठित कर हरियाणा और दिल्ली रवाना कर दी गई है।
एसपी ने मीडिया को बताया कि लिखित परीक्षा देने से पहले तीन युवाओं ने 6 से 8 लाख रुपए देकर प्रश्न पत्र हासिल कर लिया था। युवकों को दलालों ने टाइप्ड उत्तर देकर उन्हें याद करने को लिए कहा था। पैसे देकर प्रश्न पत्र के सवाल मिलने की बात अभ्यर्थियों ने कबूली है।