श्री नयनादेवी जी में श्रावण अष्टमी मेला 25 जुलाई से 5 अगस्त तक आयोजित होगा

उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन एवं मंदिर न्यास श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूर्णतः कृतसंकल्प है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभागों को पहले से तैयार रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा तथा भीड़ नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। इस बार बस स्टैंड को अस्थायी रूप से कोहनी मोड़ पर स्थानांतरित करने तथा वहां से एचआरटीसी की शटल बस सेवा आरंभ करने पर विचार किया जा रहा है, जिसके लिए अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर निगरानी रखी जाएगी। मुख्य मंदिर परिसर में क्राउड एनालिटिक्स कैमरे लगाए जाएंगे, जो अधिक भीड़ एकत्र होने पर अलर्ट जारी करेंगे। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 9 सेक्टर में विभाजित किया जाएगा तथा 18 सेक्टर अधिकारियों की तैनाती की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से 6 स्थायी तथा 6 अस्थायी हेल्थ केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जहां 24×7 स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। आपात स्थिति से निपटने हेतु एंबुलेंस रोड प्लान तैयार करने के निर्देश भी उपायुक्त द्वारा दिए गए ताकि आवश्यकता पड़ने पर श्रद्धालुओं को एम्स बिलासपुर अथवा आनंदपुर साहिब तक शीघ्र पहुंचाया जा सके।
स्वच्छता व्यवस्था इस बार मेले की प्राथमिकताओं में शामिल रहेगी। लंगर संचालन के लिए केवल उन्हीं संस्थाओं को अनुमति दी जाएगी, जो निर्धारित एसओपी का पालन करेंगी। सभी लंगर संचालन के लिए आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे। उपायुक्त ने मेले को ग्रीन मेला बनाने पर भी बल दिया और बायोडिग्रेडेबल उत्पादों के प्रयोग को अनिवार्य करने के निर्देश दिए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैयार वेटिंग एरिया में लगभग 1500 श्रद्धालुओं के एक साथ बैठने की व्यवस्था की गई है, जहां से समूहों में 150-150 श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भेजा जाएगा। पीने के पानी, विद्युत आपूर्ति, स्ट्रीट लाइट तथा परिवहन आदि मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की रैंडम जांच सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे तथा मेले की व्यवस्था को सुचारू और सुरक्षित बनाने हेतु अपने-अपने विभागों की तैयारियों की जानकारी दी।