विद्यालय प्रवक्ता संघ ने 4-9-14 का लाभ जारी रखने की गुहार लगाई
नाहन, 23 सितंबर : हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने हिमाचल सरकार से मांग की है कि सभी विभागों के कर्मचारियों को 2006 के वेतनमान के अनुरूप 4-9-14 स्के ल लाभ निरंतर जारी रखा जाए । जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, महासचिव आई.डी. राही, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, कोषाध्यक्ष विजय वर्मा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य रमेश नेगी, संजय शर्मा व सतीश शर्मा ने संयुक्त बयान में कहा कि प्रवक्ता वर्ग के साथ अन्य बहुत सारे ऐसे कर्मचारी है जिन्हे लंबे समय तक पदोन्नति का लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार से गुहार लगाते हुए संघ ने क हा किऐसे में 4-9-14 का लाभ जारी रखा जाना चाहिए। जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुंडीर ने आरोप लगाया कि 2016 वेतनमान के विवादास्पद विकल्पों के कारण अधिकतर कर्मचारी वर्ग को 2012 के संशोधित वेतनमान में बड़ी हुई ग्रेड पे को छोडऩा पड़ा था ऐसे में उक्त कर्मचारियों की निरस्त हुई ए.सी.पी को भी अवश्य बहाल किया जाना चाहिए। प्रवक्ता संघ ने आरोप लगाया कि जहां कुछ विभागों में निश्चित समय अवधि के बाद टाइम स्केल दिया जा रहा है। जबकि शिक्षा विभाग में ना तो किसी प्रकार का कोई पदोन्नति का अवसर मिलता है न ही टाइम सकेल। प्रवक्ता संघ ने वित्त विभाग से मांग करते हुए कहा कि राइडर हटाए जाने की स्थिति को भी स्पष्ट किया जाए क्योंकि विभाग के पत्रों में कभी 3 जनवरी 2022 से पूर्व तो कभी 3 जनवरी 2022 के बाद के नियुक्त कर्मचारियों को राइडर लाभ दिए जाने की बात सामने आ रही है। जिसके कारण अनिश्चितता की स्थिति बनती जा रही है। सुरेन्द्र पुंडीर ने बताया कि कर्मचारी वर्ग जहां नए वेतनमान में अतिरिक्त लाभ की अपेक्षा कर रहा था वहीं इसके विपरीत स्थिति स्पष्ट न होने के कारण ठगा सा महसूस कर रहा है। यही नही 2016 में संशोधित वेतनमान के एरियर के बारे मे भी असमंजस है। सुरेन्द्र पुंडीर ने कहा कि सरकार ने 25 प्रतिशत एरियर पहली किस्त में देने की बात कही गई थी वहीं अब 50,000 की सीमा लगने से यह प्रतिशतता कुछ कर्मचारियों की बहुत कम हो गई है यह भी स्पष्ट नहीं किया गया कि बकाया एरियर किस प्रकार से दिया जाएगा। प्रवक्ता संघ ने मांग करते हुए कि एरियर संबंधी अधिसूचना को स्पष्ट किया ताकि बकाया एरियर भुगतान को लेकर स्थिति साफ हो सके। एरियर कैसे और कब दिया मिलेगा यह कर्मचारियों को पत्ता लगना चाहिए ।