आईटीआई घुमारवीं को मिलेगा अपना भवन, धनराशि स्वीकृत: राजेश धर्माणी

उन्होंने कहा कि घुमारवीं आईटीआई को अपना भवन उपलब्ध हो जाने पर प्रशिक्षणार्थियों को बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि भराड़ी आईटीआई भवन निर्माण के लिए भी जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन उपलब्ध हो जाने पर भराड़ी आईटीआई के लिए भी समुचित धनराशि उपलब्ध करवाकर भव्य भवन निर्माण किया जाएगा ताकि हमारे युवाओं को घर के समीप ही बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण की सुविधा सुनिश्चित हो सके। इस मौके पर उन्होंने जन समस्याएं सुनीं तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को समस्याओं के समयबद्ध निपटारा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याओं का समयबद्ध निपटारा करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार की विभिन्न सेवाओं को कुशलता, पारदर्शिता और सीधे लोगों तक पहुंचाने के लिए डिजिटल तकनीक का व्यापक इस्तेमाल सुनिश्चित बनाया है। उन्होंने कहा कि आज राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों की 315 सेवाएं हिमाचल ऑनलाइन सेवा (ई-डिस्ट्रिक्ट) पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जा रही हैं ताकि लोग घर बैठे सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकें। नागरिक शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प (एमएमएसएस) हेल्पलाइन 1100 एक प्रभावी मंच के रूप में कार्य कर रही है। इससे न केवल आम लोगों के धन व समय की बचत भी हो रही है बल्कि लोगों को विभिन्न सरकारी सेवाओं का समयबद्ध लाभ भी सुनिश्चित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने अब तक के सेवाकाल में विभिन्न विभागों की सेवाओं का डिजिटलीकरण भी किया है ताकि लोगों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के यह कदम नागरिकों को समयबद्ध और प्रभावी सेवा उपलब्ध करवाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।