आनंद शर्मा ने मंत्री रहते हिमाचल के लिए कुछ नहीं किया अब वोटों के लिए फैला रहे झोली : राजीव भारद्वाज

आनंद शर्मा ने मंत्री रहते हिमाचल के लिए कुछ नहीं किया अब वोटों के लिए फैला रहे झोली : राजीव भारद्वाज
अक्स न्यूज लाइन धर्मशाला 27 मई  :
 भारतीय जनता पार्टी कांगड़ा चंबा लोकसभा प्रत्याशी राजीव भारद्वाज ने डलहौजी विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान के दौरान जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज चंबा में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रैली हुई जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा ने बड़े जोर-शोर से चंबा वालों से हमदर्दी जताते हुए अपनी महासचिव को खुश करना चाहा, परन्तु वे उन्हें बताना भूल गए कि वे लंबे समय से कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे और इस क्षेत्र की ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया। यह बात वहां की जनता भी जानती है और युवा भी इसलिए उनके भाषण देते समय में नारे लगाते हुए उन्हें मंच से उतारने के लिए और न सुनने के लिए अड़ गए। इसका मतलब यही है कि यहां की जनता आपको और आपके झूठ को अब बर्दाशत नहीं करने वाली। आनंद शर्मा ने देश और दुनिया के लोकप्रिय नेता को अंहकारी कहा। इसका जवाब 4 जून को देश और प्रदेश की जनता देने वाली हैं और आप जैसे पैराशूटी और लापता उम्मीदवार को वापिस आपके एसी वाले कमरे में भेजने वाली हैं। आप यहां की जनता का दुख दर्द समझते तो मंत्री रहते हिमाचल की जनता के लिए बहुत कुछ कर सकते थे तो आज आपकों घर-घर जाकर वोट न मांगने पड़ते।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए गुलामी और मुजरा करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अल्पसंख्यक संस्थानों में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण से वंचित करने के लिए जिम्मेदार हैं। मोदी ने यह भी घोषणा की कि वे एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को लूटने और उन्हें मुसलमानों को देने की विपक्षी गठबंधन की योजनाओं को विफल कर देंगे। उन्हांने कहा कि कांग्रेस पार्टी वोट जिहाद में लिप्त लोगों के समर्थन पर भरोसा कर रहे हैं। उन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश का हवाला दिया, जिसमें कई मुस्लिम समूहों को ओबीसी की सूची में शामिल करने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को रद्द कर दिया गया था। उन्होंने विपक्षी गठबंधन के बारे में कहा कि चार जून के बाद ये दल एक-दूसरे के कपड़े फाड़ना शुरू कर देंगे और कांग्रेस का शाही परिवार हार का ठीकरा खरगे जी के सिर पर फोड़कर विदेश में छुट्टियां मनाने चला जाएगा।