यह मोदी की गारंटी ही है कि पांच साल में एम्स बिलासपुर बन कर तैयार हुआ.. नड्डा
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला --03 फरवरी
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय जगत प्रकाश नड्डा ने आज शनिवार को एम्स, बिलासपुर में कार्डिएक कैथीटेराइजेशन प्रयोगशाला और मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री शुरू करने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का अभिनंदन किया। साथ ही, इस सेवा का उद्घाटन करने के लिए उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया को साधुवाद देते हुए कहा कि एम्स, बिलासपुर में कार्डियक कैथीटेराइजेशन प्रयोगशाला के शुरू होने से हृदय रोगों के इलाज के लिए रोगियों को कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी।
इससे उनका उपचार भी जल्दी होगा और अन्य संस्थानों पर बोझ भी कम होगा। उन्होंने कहा कि एम्स बिलासपुर में शुरू हुआ मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री सिस्टम हिमाचल प्रदेश में अपनी तरह की पहली सुविधा है। इससे मरीजों को काफी सहूलियत होगी। उन्होंने इन सेवाओं के शुरू होने पर एम्स, बिलासपुर को भी बधाई दी।
नड्डा ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हिमाचल प्रदेश के विकास के साथ-साथ प्रदेश को स्वास्थ्य सुविधा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण हब बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। एम्स, बिलासपुर एक स्टेट-ऑफ़-द-आर्ट हॉस्पिटल के रूप में विकसित हो रहा है और बहुत ही कम समय में इस संस्थान ने स्वास्थ्य सेवा की दृष्टि से एक अमिट छाप छोड़ी है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अक्टूबर 2017 में एम्स बिलासपुर की आधारशिला रखी थी और अक्टूबर 2022 में इसका उद्घाटन किया। इससे यह पता चलता है कि एम्स बिलासपुर का प्रोजेक्ट आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लिए कितना महत्वपूर्ण रहा है। यह मोदी जी की गारंटी ही है कि पांच साल में एम्स बिलासपुर न केवल बन कर तैयार हुआ बल्कि देश के टॉप स्वास्थ्य संस्थानों में भी शुमार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि एम्स बिलासपुर मेरे दिल के भी काफी करीब रहा है क्योंकि मैं शुरू से ही हिमाचल प्रदेश में एम्स की स्थापना के लिए कृतसंकल्पित था। यह मेरा सौभाग्य है कि मैं जब स्वास्थ्य मंत्री था, तभी इसकी नींव रखी गई।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी एम्स बिलासपुर के लिए शुरू से ही संवेदनशील रहे हैं। वे एम्स बिलासपुर में नई-नई विश्व स्तरीय सुविधाओं के लिए प्रयत्नशील रहते हैं। स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए उन्होंने बार-बार इसके निर्माण में लगे कर्मियों और अधिकारियों को यही निर्देशित किया कि इसके गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए। हाल ही में उन्होंने एम्स, बिलासपुर में नैदानिक प्रतिरक्षा एवं रिउम्याटोलोजी विभाग के स्थापित होने तथा नियोनेटोलॉजी और एंडोक्रिनोलॉजी के दो नए डीएम कोर्स शुरू होने पर भी एम्स, बिलासपुर को बधाई दी थी।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एम्स बिलासपुर देश-दुनिया में एक बेहतरीन स्वास्थ्य संस्था के रूप में प्रतिष्ठित होगा।