अक्स न्यूज लाइन राजगढ 12 नवंबर :
सिरमौर जिला भाजपा प्रवक्ता मेलाराम शर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सिरमौर दौरे को निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा की दो वर्षों के अंतराल के बाद मुख्यमंत्री रेणुका मेले के उद्घघाटन अवसर पर रेणुका आये और सिरमौर वासियों के लिए किसी भी प्रकार की घोषणा किए बगैर ही चले गए। इससे सिरमौर के लोग अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। मेलाराम शर्मा ने बताया की मुख्यमंत्री के दौरे से सिरमौरवासियो विशेष कर पिछड़े क्षेत्र गिरीपार के लोगों को मुख्यमंत्री के दौरे से बड़ी उम्मीदें थी परंतु मुख्यमंत्री किसी भी विकास योजना की घोषणा किए बगैर ही लौट गए।
भाजपा जिला प्रवक्ता ने कहा की गिरीपार क्षेत्र के लोगों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री पूर्व भाजपा सरकार द्वारा इस पिछड़े क्षेत्र के लिए खोले गए उन संस्थाओं की पुनः घोषणा करेंगे जिन्हें सुक्खू सरकार ने सत्ता में आते ही डीनोटिफाई कर दिया था परंतु उन्होंने ना तो किसी डीनोटिफाई योजना का जिक्र किया और ना ही बंद किये किसी संस्थान को खोलने की घोषणा की । उन्होंने कहा कि गिरीपार क्षेत्र के लोगों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री संगड़ाह में पूर्व भाजपा सरकार द्वारा खोले गए विद्युत मंडल कार्यालय उप मंडल कार्यालय, हरिपुरधार के सिविल हॉस्पिटल और विद्युत उपमंडल कार्यालय सहित अरट गांव के डीनोटिफाई किऐ गये उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की पुनः घोषणा करेंगे परंतु मुख्यमंत्री का सिरमौर के प्रति नकारात्मक रवैया देखकर लोग निराश हुए हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने आम लोगों विशेष कर महिलाओं बुजुर्गों और बेरोजगार युवाओं को भी निराश किया है और कांग्रेसी नेता भी मुख्यमंत्री के दौरे के उपरांत निराश होकर आम लोगों से मुंह छुपाते फिर रहे हैं ।
मेलाराम शर्मा ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि मुख्यमंत्री के सिरमौर दौरे के दौरान सिरमौर से कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान और विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार नदारत रहे । उन्होंने कहा की एक तरफ सुक्खू सरकार आर्थिक तंगी का रोना रो रही है और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के सिरमौर दौरे के दौरान हर्षवर्धन चौहान और विनय कुमार विदेश में लुत्फ उठा रहे हैं और सरकार को विदेशी दौरे के भारी भरकम खर्चे में डालकर मौज मस्ती कर रहे हैं । उन्होंने कहा उचित होता कि सिरमौर के दोनों बड़े नेता मुख्यमंत्री के रेणुका दौरे के बाद विदेश का सैर सपाटा करते और इस पिछड़े क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री से कोई सौगात दिलवाते परंतु दोनों नेताओं को सिरमौर के विकास की कोई चिंता नहीं ।उन्होंने कहा कि यह सिरमौर के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री के सिरमौर दौरे के दौरान सिरमौर के ही कैबिनेट मंत्री और विधानसभा उपाध्यक्ष मुख्यमंत्री के सिरमौर दौरे के दौरान गायब रहे हो और सिरमौर के विकास की चिंता छोड़कर विदेश के शहर से पार्टी पर चले गए हैं।