कॉलेजों की रैंकिंग करने पर विचार कर रही राज्य सरकारः मुख्यमंत्री
श्री सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने वाले हैं और पिछले दो वर्षों में राज्य सरकार ने कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम आने वाले समय में सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के कॉलेजों की रैंकिंग करने पर विचार कर रही हैं। प्रदेश में लगभग 138 कालेज हैं और उनकी रैंकिंग का फार्मूला तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा हम कॉलेजों और सभी सरकारी शिक्षण संस्थानों में सुविधाओं को सुदृढ़ करना चाहते हैं। राज्य सरकार प्रदेश के विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने पर बल दे रही है और इस कार्य के लिए धन की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विधवाओं के 23 हजार बच्चों को 27 वर्ष तक शिक्षा का खर्च उठाने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए डॉ. वाई. एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की है, ताकि कोई भी विद्यार्थी धन के अभाव में शिक्षा से वंचित न रहे। इस योजना के तहत पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का ऋण एक प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जा रहा है और विदेश में पढ़ाई के लिए भी इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अगले बजट में बहुत से बदलाव देखने को मिलेंगे तथा इस बजट में शिक्षा के क्षेत्र पर भी विशेष जोर होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रदेश के संसाधनों को लुटाया, लेकिन वर्तमान सरकार प्रदेश के संसाधनों का लाभ प्रदेश के लोगों को प्रदान करने के लिए प्रयासरत है।
सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार प्राकृतिक खेती से उत्पन्न गेंहू 40 रुपए और मक्की 30 रुपए प्रति किलो की दर से खरीद रही है। इसके साथ ही गाय का दूध 45 रुपए तथा भैंस का दूध 55 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों के हाथ में पैसा आएगा तो प्रदेश में समृद्धि आएगी।
पुराने दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा इस कॉलेज में बिताया हुआ समय हमेशा याद रहेगा। मेरे मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने मेरे खिलाफ कॉलेज में चुनाव लड़ा था, लेकिन जीता मैं ही था। सभी छात्र संगठन अपनी मांगों को लेकर हड़ताल किया करते थे, लेकिन सबकी सोच संस्थान को मजबूत करने की थी। उन्होंने कहा कि संजौली कॉलेज के विद्यार्थी मेरिट में आते थे और पीएमटी की परीक्षा में भी बहुत से छात्र इसी कॉलेज से पास हुआ करते थे। इस महाविद्यालय का शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा नाम है। उन्होंने विद्यार्थियों से कड़ी मेहनत करने और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नशे से दूर रहना चाहिए और राज्य सरकार नशा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा में नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को रोजगार और स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, बिजली, पानी और अन्य विभिन्न सुविधाओं में गुणवत्ता सुनिश्चित करने को प्राथमिकता प्रदान कर रही है।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायधीश संदीप शर्मा ने कहा कि आज कॉलेज के पुराने दोस्तों के साथ दोबारा मिलकर अच्छा लगा और कई पुरानी यादें ताजा हो गई। उन्होंने कहा कि इस संस्थान का उनके करियर को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान है, जिसके लिए वह संस्थान के हमेशा ऋणी रहेंगे। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं इस प्रतिष्ठित संस्थान का विद्यार्थी रहा हूं, जहां से निकले विद्यार्थी आज हर क्षेत्र में आगे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह मेहनती व्यक्ति हैं और कठोर परिश्रम के बाद एक आम परिवार से निकलकर आज मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे हैं। उन्होंने छात्रों से कड़ी मेहनत करने और नशे से दूर रहने की अपील की। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायधीश संदीप शर्मा, विधायक हरीश जनारथा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की सदस्य अंजू शर्मा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष देवानंद वर्मा, पूर्व महापौर संजय चौहान और सचिव शिक्षा राकेश कंवर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।