पांच दिवसीय राज्य स्तरीय गुरु संज्ञास मेले का समापन

पांच दिवसीय राज्य स्तरीय गुरु संज्ञास मेले  का समापन

अक्स न्यूज लाइन  रिकांग पिओ 06 जुलाई  :
राजस्व, बागवानी एवम जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जनजातीय जिला किन्नौर के पूह उपमंडल की रारंग ग्राम पंचायत में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय राज्य स्तरीय गुरु संज्ञास मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने गुरु संज्ञास मेला समिति को 03 लाख रुपए की राशि प्रदान करने की घोषणा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश की समृद्ध व प्राचीनतम संस्कृति के सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है तथा जनजातीय क्षेत्रों की अतुलनीय संस्कृति, खान-पान व पहरावे को संजोए रखने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान हिमाचल सरकार प्रदेश में आयोजित होने वाले मेले एवं त्योहारों के सफल आयोजन के लिए अपना अहम योगदान प्रदान कर रही है।

जनजातीय विकास मंत्री ने कहा कि मेले एवम त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक है। उन्होंने कहा कि मेले किसी भी प्रदेश या क्षेत्र में बसने वाले लोगों की धर्म, आस्था, रीति रिवाज और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व रखते हैं। इसी के मद्देनजर किन्नौर जिला की समृद्ध संस्कृति व बौद्ध संस्कृति के संरक्षण के लिए इस प्रकार के मेले व त्यौहार का महत्व तो कई अधिक गुना बढ़ जाता है। कठिन जीवनशैली और थकान को कम करने के लिए जनजातीय क्षेत्रों में इस प्रकार के मेले व त्योहार आयोजित किए जाते हैं। 

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू हर वर्ग के उत्थान व कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं और गैर राजनीतिक प्रतिशोध के साथ व्यवस्था परिवर्तन के दौर में राज्य का समान विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव जनजातीय लोगों के हितों की पैरवी की है और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार ने नौ-तोड़ अधिनियम-1968 के माध्यम से निर्धन एवं उपेक्षित लोगों को जमीन का मालिकाना हक प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस सरकार वन अधिकार अधिनियम-2006 के माध्यम से भूमिहीन लोगों को जमीन का मालिकाना हक प्रदान कर रही है तथा लोग इस अधिनियम का लाभ उठाएं व जमीन का मालिकाना हक प्राप्त करें।

राजस्व मंत्री ने बताया कि जिला किन्नौर के पूह उपमंडल की रारंग, पूह व कानम ग्राम पंचायत में 09वीं से 12वीं कक्षा के लिए छात्रावासों का निर्माण किया जाएगा जिसमें अंग्रेजी मीडियम में निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी ताकि शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके और ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ प्राप्त हो सके।  दौरान बागवानी विभाग द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई ताकि आम लोगों को विभाग के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। 

इस अवसर पर उन्होंने गुरु पदम संभव को समर्पित राज्य स्तरीय गुरु संग्यास मेले के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्राचीन बौद्ध विहारों एवम देवालयों की पावन धरती है किन्नौर, जो अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए जानी जाती है।

इस दौरान स्थानीय देवता श्री पाथोरो जी को नमन किया गया और गा रिनपोचे जी के संबोधन के साथ कार्यक्रम का आगाज किया गया।

रारंग ग्राम पंचायत के प्रधान राजेंद्र नेगी ने जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी व उनकी धर्मपत्नी सुशीला नेगी का कार्यक्रम में पधारने पर पारम्परिक ढंग से भव्य स्वागत किया और गुरु संज्ञास मेला रारंग के इतिहास पर प्रकाश डाला।

कार्यकारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पूह नारायण सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि का कार्यक्रम में पधारने के लिए धन्यवाद किया और पांच दिवसीय महोत्सव के दौरान आयोजित की गई विभिन्न गतिविधियों से अवगत करवाया।

इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया तथा विजेता रहे विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा नकद राशि व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा, जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष उमेश नेगी, किनफेड के अध्यक्ष चंद्र गोपाल नेगी, पूह ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रेम नेगी, जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्षा सरोज नेगी, कल्पा पंचायत समिति की अध्यक्षा ललिता पंचारस, जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य केसर नेगी, खंड विकास अधिकारी पूह बसंत नेगी, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण दिनेश सेन, अधिशाषी अभियंता विद्युत टाशी छोडुप नेगी, उप पुलिस अधीक्षक नवीन जालटा, उप निदेशक बागवानी भूपेंद्र नेगी, मुख्य लामा बौद्ध समिति रारंग प्रदीप गुरुजी, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी गण व रारंग बौद्ध मंदिर समिति के सदस्यगण सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित थे।