नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने साधा निशाना बोले.... सूबे में खनन माफिय़ा का राज और सरकार हुई नाकाम....
पाया है। वे आसमान के पानी के भरोसे हैं। बाक़ी सुविधाएं तो बड़ी दूर की बात है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को जवाब देना चाहिए कि प्रदेश में खनन माफ़ियाओं को किसका संरक्षण मिल रहा हैं। यदि यह माफिया पुलिस पर हमला करने से नहीं डर रहे हैं तो इसका मतलब उनकी पहुंच और ऊपर तक होगी। उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं हैं। इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आये हैं, जब खनन माफ़ियाओं ने सरेआम गोलीबारी की है। नालागढ़ इसी तरह की घटना हुई हैं। सबसे चिंता की बात यह है कि यह प्रदेश के एक जगह की बात नहीं हैं। पूरे प्रदेश का यही हाल है। इस तरह से आतंक का माहौल बनाकर खनन करने की घटनाएं डराने वाली हैं। मैं मुख्यमंत्री से निवेदन करता कि इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाएं क्योंकि यह देव भूमि कि संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि अब वह नेता कहां हैं, जिन्होंने पिछले पाँच सालों में सिर्फ़ और सिर्फ़ खनन के मुद्दे पर अपनी राजनीति चमकानी चाही। उन्हें भी जवाब देना चाहिये कि आज खनन माफ़ियाओं की अराजकता पर उनकी खामोशी के क्या कारण हैं।
मंत्रियों को समझनी चाहिए हक़ीक़त
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले भी सरकार कि ही कुछ लोग अवैध खनन के मुद्दे पर अपनी सरकार को ही घेर चुके हैं लेकिन जिम्मदार लोग अवैध खनन करने वाले माफ़ियाओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई कराने की बजाय प्रदेश में अवैध खनन होने की बात से ही इनकार कर देते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्रियों को अवैध खनन की ज़मीनी हक़ीक़त समझनी चाहिये और उससे नज़रें फेरने के बजाय अवैध खनन करने वालों पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए।
आपदा पीड़ितों के राहत कार्यों में और तेज़ी लाए सरकार
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा को बहुत समय बीत चुका है, सरकार युद्ध स्तर पर राहत के कार्य करे। बहुत सी ऐसी जगहें हैं, जहां पर अभी तक सरकार की राहत नहीं पहुँची है और लोगों का राशन तक ख़त्म हो गया है। बिजली, पानी, राशन, सड़क और संचार सुविधाओं को भी बहाल करे। लोग बहुत परेशान हो चुके हैं। अब प्रभावी राहत और पुनर्वास के के कार्य किए जाने चाहिए।