राष्ट्रीय मतदाता दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित
उन्होंने कहा कि भारत एक प्राचीन लोकतांत्रिक देश के रूप में जाना जाता है, जहां संसदीय प्रणाली को अपनाया गया है। संविधान ने अप्रत्यक्ष रूप से शासन की बागडोर आम नागरिकों को सौंपी है तथा उनके द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि ही सरकार बनाते हैं। उन्होंने बताया कि अपने प्रतिनिधि को चुनने में जनता की सक्रियता एवं सतर्कता जनतंत्र के भविष्य का निर्धारण करती है। इस अवसर पर उपायुक्त ने शतप्रतिशत मतदान के लिए निर्भीक व निडर होकर मतदान करने की शपथ दिलाई ।
कार्यक्रम में उपायुक्त ने 18 युवा मतदाताओं को फोटोयुक्त पहचान पत्र तथा 18 बूथ लेबल ऑफिसर को सम्मानित किया गया।
इसके उपरांत उपायुक्त ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व जिला रेडक्रास सोसायटी के तत्वाधान में आयोजित सर्व दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता भी की । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में मानवकृत व प्राकृतिक आपदाओं का होना स्वाभाविक है। यहां पर भूकम्प, बस दुर्घटनाएं, भारी बरसात व हिमपात होने जैसी घटनाएं देखने को मिलती है, जिसे निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आपदा रक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि सर्व कार्यक्रम के तहत हर पंचायत स्तर पर युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सर्व के तहत मंडी जिला की सभी 559 पंचायतों में आपदा प्रबंधन की कमेटियां तैयार की गई है, जिसमें वर्तमान में 165 मास्टर ट्रेनर व 10800 सर्व स्वयंसेवक जिला में किसी भी आपदा से निपटने के लिए पंजीकृत किए गए है। उन्होंने 26 सर्व स्वयंसेवकों को अवार्ड व मानदेय भी प्रदान किये। उपायुक्त ने इस अवसर पर सर्व के वार्षिक कैलेंडर का विमोचन भी किया।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर, एसडीएम ओमकांत ठाकुर, तहसीलदार निर्वाचन राजेश शर्मा, जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया, आईटीआई के प्रधानाचार्य रविन्द्र सिंह बनयाल सहित निर्वाचन विभाग के बूथ लेवल आफिसर भी उपस्थित थे।