राहुल गांधी को आज तक भारत माता का क्या अर्थ है यह नहीं मालूम हुआ न ही मालूम हो पाएगा : बिंदल

राहुल गांधी को आज तक भारत माता का क्या अर्थ है यह नहीं मालूम हुआ न ही मालूम हो पाएगा : बिंदल

अक्स न्यूज   लाइन ..शिमला  10 अगस्त   - 2023
 कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में दिए गए ब्यान जिसमें उन्होनें भारत माता को मारने का आरोप सरकार पर लगाया पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डॉ राजीव बिन्दल प्रदेश अध्यक्ष भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी को आज तक भारत माता का क्या अर्थ है यह नहीं मालूम हुआ न ही मालूम हो पाएगा। राहुल गांधी के नाना ज्वाहर लाल ने बार-बार कहा कि वी अरे ए नेशन इन मेकिंग अर्थात् हम राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ रहे हैं। उन्होंने और भी कहा कि अंग्रेजों ने भारत को एक राष्ट्र बनने में मदद की है उन्होनें उत्तर से दक्षिण तक रेल गाडी चला कर भारत को एक राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाई है। नेहरू न राष्ट्र का अर्थ समझ पाए, न भारत माता का वो ही हाल उनके दोहते राहुल जी का है।
हजारों साल पुराना दुनियां का सबसे प्राचीन राष्ट्र जहां सभ्यता की पहली किरण आई, जहां भाषा ने जन्म लिया, जहां व्याकरण पैदा हुआ, जहां खगोल शास्त्र, चिकित्सा, विज्ञान, शल्य का ज्ञान, जहां गणित का ज्ञान, जहां जीवन का ज्ञान, आध्यात्म का ज्ञान सबसे पहले आया उस राष्ट्र को कहा गया वी अरे ए नेशन इन मेकिंग वहीं राहुल जी ने कहा भारत माता को मारा जा रहा है। जरा इतिहास पर नजर दौडाऐ तो सत्यता सामने आ जाएगी।
बिंदल ने कहा कि 1947 में भारत आजाद हुआ तो भारत माता का अंग-भग किसने किया ? मोहन दास कर्म चन्द गांधी ने कहा था देश का विभाजन मेरी लाश पर होगा। उन्हें देश के विभाजन के लिए किसने तैयार किया ? 
उन लोगों ने देश का विभाजन स्वीकार किया जिनको सत्ता पर बैठने की जल्दी लगी थी और जो 1947 में सत्ता सीन हुए। 
देश का विभाजन हुआ रातों रात करोडों लोगों को पश्चिमी पंजाब यानि पाकिस्तान से निकाल दिया गया। जमीन, मकान, जयदाद, कारोबार सब छोडकर शरणार्थी पाकिस्तान से भारत आ गए न खाने को रोटी थी, न पहनने को कपडा, न पीने को पानी, न कोई रोजगार यह विभाजन का दंश करोडों हिन्दुओं को प्रदान करने वाले और कोई नहीं वे ही देश के नेता थे जिन्होंने अंग्रेजों और झिन्ना की बात मान कर भारत माता का विभाजन स्वीकार किया था।
हजारों लोगों का नरसंहार हुआ, माताओं-बहनों की इज्जत लूट ली गई परन्तु सत्ता की लोलुपता में भारत माता के टुकडे-टुकडे करने वालों को केवल देश की बागडोर चाहिए थी। बंगाल में जो विभाजन के समय हिंसा हुई, भाई-बहनों को काट-काटकर कुएं के कुंए लाशों से भर दिए गए और भारत माता लहू-लुहान हुई उसका दोष किस पर है ?
मुस्लिम लीग जिनके साथ कांग्रेस की दोस्ती जग जाहिर है, झिन्ना साहब के साथ नेहरू जीे के सम्बन्ध इतिहास के पलों में दर्ज हैं उस मुस्लिम लीग ने धर्म के आधार पर देश के विभाजन का प्रस्ताव रखा जिसे कांग्रेस पार्टी ने स्वीकार किया और पाकिस्तान व बंगलादेश से हिन्दुओं को भुखे, नंगे खदेड दिया गया यह किस की देन है ? 
1948 में पाकिस्तान ने भारत पर आक्रमण किया काश्मीर में पाकिस्तान की फौज घुस गई सरदार वल्लभाई पटेल ने कहा मैं 24 घण्टे में काश्मीर खाली करा लूंगा उस समय भारत माता को मारते हुए भारत की भूमि पर पाकिस्तानी सेना का अधिकार तात्कालिक प्रधानमंत्री नेहरू ने क्यों स्वीकार किया यह भारत माता की हत्या नहीं तो और क्या ?
1962 में चीन ने भारत पर आक्रमण किया पूरे देश को पता था चीन साम्राज्यवादी है तिब्बत पर अपना कब्जा कर रहा है, भारत पर भी करेगा परन्तु तात्कालिक प्रधानमंत्री हिन्दी-चीनी भाई-भाई करते रहे, चीन देखते ही देखते तिब्बत को हडप गया और भारत में 40000 वर्ग मील घुस आया। भारत के सैनिकों को फटे हुए जूते, 303 को बंदूक से बर्फीली चोटियों पर लडते हुए जान देने के लिए किसने भेजा और भारत की संसद में कांग्रेस ने ब्यान दिया की चीन ने जिस भूमि को कब्जे में लिया है, उसमें घास का तिनका भी नहीं उगता। 
25 जून 1975 की मध्य रात्रि को भारत माता को जंजीरों में कैद करने वाली इन्दिरा गांधी, राहुल की दादी थी जिन्होनें 19 महीने देश को जेल की काल कोठडी में सिर्फ इसी लिए बदल दिया क्योंकि उन्हें सत्ता में बने रहना था।
छाज बोले तो बोले छलनी, भी बोले, जिसमें हजारों छेद
भारत माता के सपूत श्रद्वेय नरेन्द्र मोदी भारत माता के सर्वांगिण विकास के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर रहे है। और देश उस दिन का इन्तजार कर रहा है जब भारत अखण्ड भारत बनेगा।