उपायुक्त का ग्राम पंचायतों के विकास में जन भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर
उपायुक्त ने बैठक में पंचायतों के विकास को जनसहभागिता से जोड़ने पर जोर दिया, ताकि प्रत्येक पंचायत में स्थानीय जरूरतों के अनुसार योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाबद्ध और सामुदायिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने बताया कि 31 जनवरी, 2025 तक जिले की सभी पंचायतों में विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें विकास योजनाओं के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी और कार्य योजनाएं तैयार की जाएंगी।
फ्रंटलाइन कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण
बैठक के दौरान उपायुक्त ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने विभागों के फ्रंटलाइन कर्मियों को इन ग्राम सभाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। ये कर्मी ग्रामीण स्तर पर लोगों को सरकारी योजनाओं और उनके लाभों के प्रति जागरूक करेंगे, जिससे अधिक से अधिक लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। इससे पंचायत स्तर पर योजनाओं का निर्माण और क्रियान्वयन जन भागीदारी के आधार पर होगा, जो स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप होगा।
बैठक में जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार, बीडीओ ऊना केएल वर्मा, बीडीओ बंगाणा सुशील कुमार, बीडीओ गगरेट सुरिंदर कुमार, बीडीओ हरेली वीरेंद्र कौशल, बीडीओ अंब ओमपाल डोगरा, उपनिदेशक पशुपालन डॉ. विनय शर्मा, उपनिदेशक कृषि कुलभूषण धीमान, सीएमओ ऊना संजीव कुमार वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र कुमार, और डीएफएससी ऊना राजीव शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।