खेल और संस्कृति को मिला नया आयाम :राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी

लोअक्स न्यूज लाइन रिकांग पिओ 12 अक्तूबर :
राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज अपने किन्नौर जिला प्रवास के दौरान चांसू, बौनिंगसारिंग और थेमगरंग का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने चांसू गांव में ग्रामीणों की जन समस्याएं सुनीं और संबंधित विभागों को शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।
मंत्री ने बौनिंगसारिंग में 15 लाख रुपये की लागत से निर्मित बास्केटबॉल कोर्ट का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की खेल सुविधाओं से ग्रामीण युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।
अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करते हैं, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलती है।
उन्होंने बताया कि कल्पा में 29 करोड़ रुपये की लागत से खेल परिसर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जहां भविष्य में अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 वर्ग की सभी जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही खिलाड़ियों के ठहरने की भी समुचित व्यवस्था होगी।
श्री नेगी ने थेमगरंग में भी 15 लाख रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक हॉल का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह हॉल सामाजिक, सांस्कृतिक और सामुदायिक गतिविधियों के आयोजन में सहायक सिद्ध होगा तथा स्थानीय जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
मंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार जनकल्याण और समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। सीमांत क्षेत्रों, विशेषकर किन्नौर जैसे पहाड़ी जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, आधारभूत ढांचा और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
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टुकपा वैली महोत्सव का भव्य समापन
सांगला में आयोजित तीन दिवसीय टुकपा वैली महोत्सव आज पारंपरिक लोक धुनों और रंगारंग कार्यक्रमों के साथ भव्य रूप से संपन्न हुआ। यह मेला 10 से 12 अक्टूबर, 2025 तक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सांगला के खेल मैदान में आयोजित किया गया था।
समापन समारोह की अध्यक्षता राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने की। उन्होंने मेला आयोजन समिति को 3 लाख रुपये की अनुदान राशि देने की घोषणा की।
समापन समारोह में सांगला घाटी और आसपास के क्षेत्रों से आए लोगों की बड़ी भागीदारी रही।
अपने संबोधन में श्री नेगी ने कहा कि टुकपा मेला किन्नौर की जनजातीय सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। ऐसे आयोजन पारंपरिक लोककला, संस्कृति और सामाजिक समरसता को सशक्त बनाते हैं तथा पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय संस्कृति, हस्तशिल्प, लोककला और पारंपरिक ज्ञान के संवर्धन हेतु विशेष योजनाएं लागू कर रही है, ताकि आने वाली पीढ़ियां अपनी जड़ों से जुड़ी रहें।
मंत्री ने कहा कि टुकपा जैसे पारंपरिक मेले स्थानीय कलाकारों, महिला मंडलों और युवाओं को कनृत्य, लोकगीत, खेलकूद प्रतियोगिताएं, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल मुख्य आकर्षण रहे। विद्यालयों और महिला मंडलों द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य व गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि ने विभिन्न खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
सांस्कृतिक प्रतियोगिता में महिला मंडल पुधों नालाह (कामरू) प्रथम, महिला मंडल कामरू द्वितीय रही।
ग्रुप सॉन्ग प्रतियोगिता में महिला मंडल रक्छम विजेता तथा महिला मंडल कामरू उपविजेता रही।
रस्साकशी (महिला वर्ग) में ग्राम पंचायत कामरू प्रथम और बटसेरी उपविजेता रही।
रस्सा-कसी (पुरुष वर्ग) में हिमाचल होमगार्ड्स विजेता तथा जल शक्ति विभाग उपविजेता रहा।
शहनाई प्रतियोगिता में छेरिंग लाल सांगला प्रथम और श्याम गुरु सांगला द्वितीय स्थान पर रहे।
इस अवसर पर निदेशक एपीएमसी शिमला एवं किन्नौर उमेश नेगी, चेयरमैन किनफेड चंद्र गोपाल नेगी, डायरेक्टर हिमाचल प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक पीताम्बर दास नेगी, उपमंडलाधिकारी (नागरिक) कल्पा एवं मेला कमेटी अध्यक्ष अमित कल्थाईक, डायरेक्टर किनफेड सचिन नेगी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, महिला मंडल, युवक मंडल एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।