उल्फा शांति समझौता , ऐतिहासिक : बलबीर
अक़्स न्यूज लाइन,शिमला--31 दिसंबर
भाजपा प्रवक्ता एवं विधायक बलबीर वर्मा ने काजा की गृह मंत्री अमित शाह के मौजूदगी में उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम (उल्फा), असम सरकार और केंद्र के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। भाजपा प्रवक्ता ने उल्फा के प्रतिनिधियों को इसका श्रेय देते हुए कहा कि उनके प्रयास की वजह से ही यह हो पाया है। उन्होंने कहा कि इस समझौते की सभी बातें समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएंगी। इस दौरान उल्फा के 700 कार्यकर्ताओं ने सरेंडर भी किया। इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी मौजूद थे। यह अपने आप में बड़ा और नया इतिहास है।
बीते 12 साल से केंद्र सरकार अरबिंदा राजखोवा के नेतृत्व वाले गुट के साथ बातचीत कर रही थी। यह भारत सरकार की बड़ी सफलता है और उग्रवाद को खत्म करने की ओर बड़ा कदम है। यह शांति समझौता इस प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। इस समझौते में कहा गया है कि असम के लोगों की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखा जाएगा। इसके अलावा असम के लोगों के लिए रोजगार उपलब्ध करवाए जाएंगे। उल्फा में शामिल रहे लोगों को भी रोजगार दिए जाएंगे । उल्फा असम में ऐक्टिव एक उग्रवादी संगठन है।
उन्होंने कहा की केंद्र सरकार , मंत्री अमित शाह , पीएम नरेंद्र मोदी को इस ऐतिहासिक कार्य के लिए बड़ी एवं शुभकामनाएं।
भारत की आजादी के बाद के इतिहास की अत्यंत महत्वपूर्ण घटना आज घटित हुई जब देश के माननीय गृह मंत्री श्री अमित भाई शाह, असम के मुख्यमंत्री श्री हेमंत बिश्व शर्मा व अल्फा (United Liberation Front of Assam) के मध्य समझौता ज्ञापन पर दस्तखत हुए अर्थात असम और आसपास के क्षेत्र में शांति स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ।
ज्ञात रहे कि विगत 40-50 वर्षों में इस आतंकवाद के कारण 10 हजार से अधिक बेशकीमती जाने जा चुकी हैं। अरबों-खरबों की सम्पति स्वाह हो चुकी है और पूर्वोŸार क्षेत्र के विकास को भी ग्रहण लगा। आज श्री नरेन्द्र भाई मोदी सरकार ने श्री अमित भाई शाह जी के प्रयासों से शांति बहाली का रास्ता साफ हुआ है। हम माननीय प्रधानमंत्री जी, गृह मंत्री जी व देश की जनता को बधाई देते हैं।