गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जे के मामले मे दलित संगठनों की आक्रोश रैली...

गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जे के मामले मे दलित संगठनों की आक्रोश रैली...


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जिला मुख्यालय में जमकर नारेबाजी की
-गिरिपार जनजातीय मामलों को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा
नाहन,11 जुलाई : गिरिपार क्षेत्र को प्रस्तावित जनजातीय दर्जे मामले में गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण मंच के बैनर तले विभिन्न दलित संगठनों के  सैंकड़ों सदस्यों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में आक्रोश रैली का आयोजन किया। इस दौरान संगठनों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। सगठनों ने केंद्र सरकार से मांग कि है कि गिरिपार इलाके को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने के बाद दलितों से जुड़े अधिकारों को सुरक्षित रखने कर आवाज उठाई।

प्रर्दशकारियों को सम्बोधित करते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच के सिरमौर जिला संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि गिरिपार क्षेत्र को अगर जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिया जाता है तो इसे लेकर अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को संशय है कि यहां उनसे जुड़े कई विशेष अधिकार खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की जा रही है कि जनजातीय क्षेत्र घोषित होने के बाद भी एससी एसटी एट्रोसिटी एक्ट को बरकरार रखा जाए साथ ही यह भी मांग है कि पंचायती राज के चुनावी प्रणाली के अंतर्गत मिलने वाले आरक्षण को भी बरकरार रखा जाना चाहिए।

आशीष कुमार ने कहा कि गिरिपार अनुसूचित जाति अधिकार संरक्षण मंच का कहना है कि इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के साथ उत्पीडऩ के कई मामले सामने आते है ऐसे में यहां  मुख्य रूप से एसटी एट्रोसिटी एक्ट का बरकऱार रखना आवश्यक है। 
दलित शोषण मुक्ति मंच  ने केन्द्र सरकार से मांग रखी की गिरीपार की 40 प्रतिशत अ.जा. के अधिकारों को सुरक्षा प्रदान की जाए व जल्दबाजी मे जनजातीय क्षेत्र घोषित कर अनुसूचित जाति वर्ग के कत्लेआम का लाइसेन्स न दिया जाए ।
सभी संगठनो ने आईआरजी की सर्वे रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए । सभी संगठनों ने एक सुर में कहा कि 40 प्रतिशत आबादी को इस सर्वे में शामिल नही किया गया । सभी संगठनों ने मांग की है कि इस तरह की एक तरफ ा कार्रवाई जो राजनीतिक हित साधने के लिए की जा रही है यह सब बर्दाश्त नही किया जाएगा।
 

दलित शोषन मुक्ति मंच  के जिला संयोजक ने कहा कि सभी क्षेत्र के विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रर्दशन में विधायकों को बुलाया गया था। परन्तु कोई भी विधायक अनुसचित जाती वर्ग के समर्थन में न आ कर अपनी मंशा जाहिर कर दी । आशीष कुमार ने सभी लोगो को संबोधित करते हुए कहा की अब 154 पंचायतो के लोगों को निर्धारित करना है कि जो विधायक आपके साथ नही है जब वो वोट मांगने आये तो आप खुद ही समझदार है कि क्या करना है।

रैली को गिरिपार संरक्षण समिति के महासचिव सुंदर सिंह, संगड़ाह के अध्यक्ष विनोद तोमर, सतपाल मान,परसराम,नैन सिंह,अमिता चौहान,रघुवीर,युवा कोली समाज के उपाध्यक्ष रणबीर सिंह,भीम आर्मी के मोहन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को इस मामले की गंभीरता को देखे और कोई ऐसा काम न करे जिससे अनुसूचित जाति वर्ग को सरंक्षण और प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले अधिकार खत्म न हो।

उप निदेशक उच्च शिक्षा ज्ञापन सौंपा
नाहन,11 जुलाई   : जिला स्तरीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एवं सेवादार शिक्षा विभाग जिला सिरमौर के जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह महासचिव रामलाल व अन्य पदाधिकारियों सहित,  आकाश बिश्नोई राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष सिरमौर गैर शिक्षक कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश के नेतृत्व में उप निदेशक उच्च शिक्षा जिला सिरमौर नाहन करमचंद को शिक्षा विभाग जिला सिरमौर में कार्यरत सेवादारों की वरिष्ठता सूची अति शीघ्र बनाकर जारी करने बारे पत्र सौंपा। जिससे लगभग 25 सेवादार जोकि प्रयोगशाला परिचर की पदोन्नति की राह देख रहे हैं अति शीघ्र पदोन्नत हो सके।  इन 25 रिक्त होने जा रहे पदों पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपना नियमितीकरण पर पदभार ग्रहण कर सकें। श्री कर्म चंद जी ने तुरंत पत्र पर कार्यवाही करते हुए श्री नरेश संबंधित शाखा सहायक को वरिष्ठता सूची शीघ्र जारी करने बारे निर्देश जारी किए तथा जिला के सभी महाविद्यालय विद्यालय कार्यालय के मुख्याओं को पत्र जारी कर सूचना उप निदेशक उच्च शिक्षा कार्यालय केऑनलाइन ब्लॉग स्पॉट पर 16 जुलार्ई से पूर्व भरने के आदेश जारी किए।  बैठक में कृपाराम, गीता राम, सुरेंद्र ठाकुर, जगत सिंह, रामेंद्र सिंह, सतीश केशवानंद,आत्माराम उपस्थित रहे।