उपायुक्त ने की आर्थिक जनगणना को लेकर जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक

उन्होंने बताया कि ऊना जिला में वर्ष 2025-26 की आर्थिक जनगणना का सर्वेक्षण कार्य मई माह में पूर्ण किया जाएगा। इसके लिए आंगनबाड़ी वर्करों, आशा वर्करों, पटवारियों, पंचायत सचिवों सहित संबंधित कर्मचारियों को जनगणना के विभिन्न पहलुओं पर मास्टर टेªनरों के जरिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला राजस्व, स्वास्थ्य, डीआरडीए, पंचायती राज, उद्योग और आईसीडीएस विभाग आर्थिक जनगणना में किए जाने वाले कार्यों को लेकर संबंधित विभाग के कर्मचारियों की नियुक्त सुनिश्चित बनाएंगे। इसके अलावा उपायुक्त ने आर्थिक जनगणना ऐप और नेटवर्किंग से संबंधित कार्यों के सुचारू संचालन को लेकर राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआइसी) ऊना को निर्देश दिए ताकि सुगम और सुचारू सर्वेक्षण किया जा सके। उन्होंने बताया कि यह आर्थिक जनगण हर पांच वर्षों के उपरांत किया जाता है। आर्थिक जनगणना के दौरान एक आशा वर्कर को तीन गणना ब्लॉक दिए जाएंगे जिसमें 150 से 180 शामिल रहेंगे।
इस मौके पर पंचायत अधिकारी ऊना श्रवण कुमार, जिला राजस्व अधिकारी अजय कुमार, बीडीओ केएल वर्मा, जिला सांख्यिकी कार्यालय ऊना से अनुसंधान अधिकारी हरमिंदर सिंह, सहायक अनुसंधान अधिकारी जय दयाल सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।