आबकारी विभाग ने 1.16 लाख लीटर अवैध शराब बरामद की
आबकारी आयुक्त डॉ. यूनुस ने आज यहां बताया कि लोकसभा निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में विभाग ने टास्क फोर्स टीमों और फ्लाइंग स्कवॉड (एफएस) का गठन किया है। प्रदेश में विभाग की 59 टीमें निरंतर निगरानी कर कार्रवाई कर रही हैं।
आयुक्त ने बताया कि पड़ोसी राज्यों के नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर भी कार्रवाई की जा रही है। विभाग की टास्क फोर्स सीमावर्ती इलाकों में अवैध शराब के भण्डारण में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई भी कर रही है।
उन्होंने बताया कि गत दिनों जिला सिरमौर में विभाग की टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर अवैध शराब की भठिओं व इस कारोबार में संलिप्त लोगों को पकड़ने के लिए पावंटा साहिब के नजदीक खारा गांव के घने जंगलों में करीब 13 किलोमीटर तक सघन तलाशी अभियान चलाया गया। टीम द्वारा अलग-अलग स्थानों पर अवैध शराब की भठियां व लाहन से भरे ड्रम जब्त किए। विभागीय टीम द्वारा किसी अप्रिय घटना के घटित होने से पहले ही त्वरित कार्रवाई कर लगभग 61000 लीटर अवैध लाहन हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम, 2011 के अनुसार नष्ट की गई। इसकी अनुमानित कीमत 61 लाख रुपये आंकी गई है।
डॉ. यूनुस ने बताया कि आबकारी विभाग द्वारा विगत 2 सप्ताह के दौरान जिला सिरमौर में 63515 लीटर, हमीरपुर में 10824 लीटर, सोलन में 18020 लीटर, कांगड़ा में 2316 लीटर, कुल्लू में 1271 लीटर, शिमला में 1526 लीटर, मंडी में 768 लीटर व चंबा में 324 लीटर अवैध शराब जब्त की गई हैै।
उन्होंने बताया कि विभाग अवैध शराब तथा कर चोरी के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति सुनिश्चित कर रहा है। विभाग ने अभी हाल में 2,49,000 रुपये की 3 किलो चांदी भी जब्त की है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के मद्देनजर किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को रोकने के लिए विभाग सीमावर्ती राज्यों के आबकारी अधिकारियों व हिमाचल पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर के अवैध शराब के कारोबार में लिप्त लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में ला रहा है।
आबकारी आयुक्त ने नागरिकों से आग्रह किया कि अवैध शराब तथा फ्रीबीज के मामले संज्ञान में आते ही तुरन्त टोल फ्री नम्बर 18001808062, दूरभाष नम्बर 0177-2620426 तथा व्हाट्सएप नम्बर 94183-31426 व बवदजतवसतववउीु/हउंपसण्बवउ पर जानकारी साझा करंे ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।