आखिर आवारा कुत्तों से कब मिलेगी शहरियों को निजात...... अवैध रूप से कु त्तों की ब्रिडिंग करने वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई क रने की जरूरत ....

आखिर आवारा कुत्तों से  कब मिलेगी शहरियों को निजात......  अवैध रूप से कु त्तों की ब्रिडिंग करने वालों के  खिलाफ कानूनी कारवाई क रने की जरूरत ....

 अक्स न्यूज   लाइन ..नाहन, 28  सितंबर  

जिला मुख्यालय में सड़कों पर आवारा कुत्तों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गैर सरकारी आंक ड़ों के अनुसार सड़कों पर आए दिन लोगों पर हमला कर रहे आवारा कु त्ता की संख्या सैंकडों में है। आज आलम यह है ये हमलावर कुत्ते सड़क दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं तो वही लोगों के लिए भी जान का खतरा बने हैं। मेडिकल कॉलेज में आए दिनों आवारा कुत्तों के काटने के बाद घायल होकर लोगों के पहुंचने का सिलसिला भी जारी है। माना है जा रहा है यह सब सालों शहर के कु छ लोगों द्वारा अपने घरों व अन्य स्थानों पर गैर कानूनी तरीके से करवाई जा रही ब्रिङ्क्षडग का नतीजा है।

जिला प्रशासन के पास ऐसी पुख्ता रिपोर्ट पुहंची है जिससे यह साबित हो रहा है कि शहर के पक्का टैंक व छोटा चौंक क्षेत्र में नीजि घरों में अवैध रूप से कु त्तों की ब्रिडिंग करवाई जा रही है। उधर खुले में सामान्य तौर से होने वाली ब्रिडिंग अलग से कुत्तों की संख्या में इजाफा करती है। ऐसी पनीरी गुन्नुघाट, चौगान व विला रांऊड के राइट के आसपास पिछले लम्बे अरसे से देखी जा रही है। ऐसे मामलों से जुडे कु छ लोग के आगे नगर परिषद, जिला प्रशासन क्यों बेबस है इन ब्रिडिंग करवाने वाले लोगों के सामने क्या स्थिति विस्फोटक होने का इंतजार क र रहा है जिला प्रशासन,अवैध रूप से कु त्तों की ब्रिडिंग करने वालों के  खिलाफ कानूनी कारवाई क रने की जरूरत है।
 

वैसे भी नियमों के अनुसार नप क्षैत्र में कारवाई करने की जिम्मेवारी नप प्रशासन की है।नप प्रशासन को चाहिए डॉग शैड का इंतजाम करे ताकि सड़कों पर घूमने वाले कु त्तों को यहां स्थाई रूप से रखा जा सके। नसबंदी करके बाद में उसी जगह पर कुत्तों क ो छोड़ देने समस्या का कौई समाधान सालों आज तक नही निकला है।   
 

नगर परिषद नाहन के कार्यकारी अधिकारी संजय तोमर ने बताया कि लगातार बढ़ रही शहर में आवारा कुत्तों की संख्या को देखते हुए पशुपालन विभाग के सहयोग से आवारा कुत्तों की नसबंदी का कार्य किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि रोजाना नगर परिषद के कर्मी आधा दर्जन से अधिक आवारा कुत्तों को पकड़ रहे हैं। कुत्तों को पकड़ कर उनके खाने पीने की भी व्यवस्था की गई हैं। 

उन्होंने बताया कि एक दिन में 4 से 5 कुत्तों की नसबंदी की जाती हैं । नसबंदी के 3 दिन बाद कुत्तों को छोड़ा जाता हैं । उन्होंने बताया कि यह अभियान आगामी 1 माह तक जारी रहेगा।