सुशासन सूचकांक में लगातार तीसरी बार अव्वल रहा जिला कांगड़ा
इन बिंदुओं पर हुआ मुल्यांकन
उल्लेखनीय है कि जिला सुशासन सूचकांक (डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नेंस इंडेक्स) शासन की गुणवत्ता के आकलन का एक उपक्रम है। इसकी रिपोर्ट सभी जिलों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की जाती है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया जाता है। उपायुक्त ने बताया कि इसमें बुनियादी ढांचा, पारदर्शिता, जवाबदेही, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क सुविधा कानून व्यवस्था जैसे कईं पैरामीटर शामिल होते हैं।
सुदृढ़ होगी कार्यप्रणाली
डीसी ने कहा कि भले ही जिला कांगड़ा ने सुशासन सूचकांक में लगातार तीसरी बार पहला स्थान प्राप्त किया है लेकिन हर कार्य मे सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। उन्होंने बताया कि शासन की गुणवत्ता का आकलन करने में यह सूचकांक मददगार साबित होगा। उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में भी जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों द्वारा अपनी कार्यप्रणाली में और सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाये जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि जिला सुशासन सूचकांक में प्रथम आने पर प्रशासन को 50 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि ये धनराशि जिले में सभी विभागों की कार्य निष्पादन क्षमता के विकास पर खर्ची जाएगी।
कई उपलब्धियां की हासिल
गौरतलब है कि जिला कांगड़ा ने पिछले कुछ समय में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। सुशासन सूचकांक में दो वर्षों से लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ-साथ जिले की झोली में और भी महत्वपूर्ण पुरस्कार आए हैं। उपायुक्त ने बताया कि इसके अतिरिक्त पिछले कुछ वर्षों में अनेक प्रतिष्ठित आयोजनों की सुव्यवस्थित मेजबानी करने में भी जिला कांगड़ा सफल रहा है। उन्होंने बताया कि गुड गवर्नेंस के साथ-साथ जिला कांगड़ा पर्यटन, इवेंट्स आयोजन और नवाचार के क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
इस अवसर पर एडीसी विनय कुमार, एडीएम डा हरीश गज्जू, एसीटूडीसी सुभाष गौतम जिला सांख्यिकी अधिकारी सलोचना देवी सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।