सुमित खिम्टा ने पांवटा साहिब के केदारपुर में स्थापित कूड़ा संयंत्र का किया दौरा
उन्होंने बताया कि अगले 5-6 वर्षों में घने देशी प्रजातियों के वृक्षारोपण की एक दीर्घकालिक टिकाऊ हरित दीवार बनाई जाएगी ताकि अपशिष्ट संयंत्र के करीब रहने वाले लोगों को इस से निकलने वाली दुर्गंध से बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि इसके दृष्टिगत इस मानसून में 40 से अधिक प्रजातियों के 3000 से अधिक पौधे यहां लगाए गए हैं जिनमें शीशम, अमलतास, खैर, नीम, सेमल, तुन, ढाक, जंगली आम, कदम्ब, पापड़ी आदि के वृक्ष के साथ-साथ सुगंधित प्रजातियों के पौधे जैसे हरश्रृंगार, रात की रानी, चमेली आदि झाड़ीनुमा पौधे व बेर, विटेक्स, करोंदा, रामबाॅंस (एगेव) व जड़ी-बूटियाँ, घास जैसे नाल, मुंज, दूब और बांस जैसी तेजी से बढ़ने वाली प्रजातियाँ शामिल है।
उपायुक्त सिरमौर ने इस की सराहना करते हुए कहा कि इसी प्रकार के अन्य ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र नाहन और राजगढ़ में भी लागू किया जाएगा। इसके उपरांत उपायुक्त ने अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के उपलक्ष पर सीनियर सिटीजन काउंसिल पांवटा साहिब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इसके अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर ने स्वास्थ्य केंद्र अमरगढ़ के निरीक्षण उपरांत सिरमौरी हाॅट के निर्मित होने वाले भवन का निरीक्षण भी किया। इस दौरान वन मण्डल अधिकारी ऐश्वर्या राज, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, जिला विकास अधिकारी ग्रामीण विकास विभाग अभिषेक मित्तल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।