कांग्रेस ने कर्मचारियों सेवानिवृत कर्मचारियों की वेतन पेंशन भुगतान को विलंबित कर प्रदेश के इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया : संदीपनी
आज से पूर्व में कभी भी एसा नहीं हुआ, पूर्व की वीरभद्र सिंह, प्रेम कुमार धूमल एवं जयराम ठाकुर की सरकारों ने भी कभी एसा नहीं किया।
उन्होंने कहा की सत्ता में आने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता कर्मचारी हितैषी बन गए थे पर सत्ता हथियाने के बाद यही सरकार कर्मचारी विरोधी बन गए, यह है कांग्रेस पार्टी का दोहरा चेहरा।
डीए और एरियर न मिलने से हैं नाराज प्रदेश के पेंशनभोगी एल, प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके नेताओं से जबरदस्त रूप से रुष्ठ है। हिमाचल में वित्तीय संकट से जूझ रही सुखविंद्र सिंह सुक्खू की सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम ले रहीं। वित्तीय संकट का ढोंग इस कांग्रेस पार्टी ने रच रखा है जिससे जनता और कर्मचारियों में एक भय का माहौल पैदा हो रखा है, अगर वित्तीय संकट होता को क्या यह सरकार अपने सरकारी मित्रों की सैलरी दे पाती ?
उन्होमे कहा की अब देरी से पेंशन मिलने से खफा पेंशनरों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। डीए और छठे वेतनमान के संशोधित एरियर का भुगतान न होने से नाराज प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकार के खिलाफ प्रर्दशन किया जिसकी गूंज सचिवालय तक पहुंची। इस दौरान डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को ज्ञापन भी भेजा गया , हम आशा करते है की जनता का मांग पत्र मुख्यमंत्री जी आपको मिल ही गया होगा।
संदीपनी ने सरकार से पेशनरों को जल्द सभी वित्तीय लाभों का भुगतान करने की मांग की, सरकार पेंशनर्स को 12 फीसदी डीए जारी करें। उन्होंने कहा कि डीए-एरियर का भुगतान तो दूर मेडिकल बिल भी काफी समय से लंबित पड़े हैं, सभी पेंशनरों के खाते में माह की पहली तारीख को पेंशन डाली जाए।
कांग्रेस पार्टी ने नेता अपने कर्तव्यपथ से भाग नहीं सकते, वादा किया है तो निभाना पड़ेगा।