नाहन की धरोहर: रानीताल का ढह रहा है सुरक्षा डंगा, नप प्रशासन बेखबर...

नाहन की धरोहर: रानीताल का ढह रहा है सुरक्षा डंगा, नप प्रशासन बेखबर...

अक्स न्यूज लाइन  नाहन  23 जुलाई  :

नाहन शहर की ऐतिहासिक धरोहर रानीताल की नगर परिषद द्वारा लंबे अर्से से अनदेखी जारी है। यहां चर्चा बाग़ के 100 साल से भी ज्यादा पुराने तालाब पर हो रही है।आरोप है कि तालाब के रख रखाव को लेकर उदासीन रवैया नगर परिषद अपनाये है। तालाब की सुरक्षा के लिए सालों पहले सौन्दर्यकरण के बनी एक योजना तहत नया ढंगा व दीवार लगाई गई थी। यह डंगा तालाब में कई जगह से  ढह गया है।

सालों पहले लागू हुई सौंदर्यीकरण योजना में तालाब के उस हिस्से में जहां स्लान्टिंग वे कंक्रीट बिछाया गया था की लैंड स्केपिंग बोल्डरआदि लगाकर होनी थी। कई सियासी कारणों व नप प्रशासन की काम चलाऊ तरीके से तालाब का सौंदर्य करण सिरे नही चढ़ सका।
 
पूर्व में सौन्दर्य करण व जीर्णोद्धार के नाम पर लाखों का बजट टिकाने लगा देने के बावजूद तालाब की हालत कभी सुधरी नही। दशकों से बाग़ में सैर या शिव मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आने वाले लोगों का कहना है कि इससे बहेतर तो यह तालाब तथाकथित सौन्दर्य करण से पहले नजर आता था। फिलहाल तो सालों से कांक्रीट के बड़े कटोरे जैसा  दिखता है न रखरखाव, न कोई सौंदर्य करण।

बाग़ में आने वाले लोगों ने बताया कि  सालों से यह तालाब की अनदेखी जारी है। नियमित साफ सफाई भी नहीं की जाती है।

रानीताल की संरचना रियासत काल मे 1889 में महाराजा शमशेर प्रकाश के जमाने में हुई थी। प्राकृतिक छटा से भरपूर वर्तमान में ऐतिहासिक रानीताल बाग़ न केवल नाहन की अपितु सूबे की अनमोल विरासत है।
 

नगर परिषद के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि रानीताल बाग़ के तालाब के ध्वस्त हो रही सुरक्षा दीवार व ढंगे की  रिपोर्ट तलब की जायेगी। सदन की मीटिंग में मुरम्मत का एस्टीमेट अनुमोदन के लिए लाया जाएगा।