मेडि़कल कॉलेज:कानूनी लड़ाई का दौर शुरू..... सीपीडब्ल्यूडी ने निर्माण में लगी कंपनी की 7:50 करोड़ की परफारमेंस गारंटी की सीज

मेडि़कल कॉलेज:कानूनी लड़ाई का दौर शुरू..... सीपीडब्ल्यूडी ने निर्माण में लगी कंपनी की 7:50 करोड़ की परफारमेंस गारंटी की सीज

  अक्स न्यूज लाइन --  नाहन, 28  फरवरी 2023
जिला मुख्यालय में अब मेडि़कल कॉले के इमारतों निर्माण में कं पनी और कें द्रीय एजैंसी सीपीडब्ल्यूडी के बीच कानूनी लड़ाई का दौर शुरू हो चुका है। 
सीपीडब्ल्यूडी ने निर्माण में लगी कंपनी की परफारमेंस गारंटी सीज कर दी। सीपीडब्ल्यूडी कइस कारवाई के बाद कंपनी ने  अदालत का दरवाजा खटखया। अदालत ने साढे सात करोड़ की सीज की गई गारंटी के मामले स्टे आर्डर  कंपनी को राहत देते हुए स्टे आर्डर दिये है। 
जिला मुख्यालय नाहन में बन रहे मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक की इमारत के निर्माण कार्य में पैसे के लेनदेन के चलते उपजे विवाद के बाद कंपनी द्वारा करीब आठ महीने पहले निर्माण  बंद कर दिया था। सीपीडब्ल्यूडी इसके बाद कंपनी के बाद एक्शन लिया है, सीपीडब्ल्यूडी ने कंपनी द्वारा दी गई साढे 7 करोड़ की परफॉर्मेंस गारंटी को सीज कर दिया है। फि लहाल यह मामला अदालत में विचाराधीन है। सीपीडब्ल्यूडी के सूत्रों के अनुसार मेडिकल कॉलेज कॉलेज की बहु मंजिला इमारत बनाने में लगी कंपनी निर्माण लागत वसूलने के लिए  आर्बिट्रेशन में जा रही है। उधर सीपीडब्ल्यूडी ने कंपनी की 40 लाखों रुपए की एक गारंटी भी अलग से सीज की है यह गारंटी कं पनी ने प्रथम चरण में निर्माण की एवज में दी थी। रि- टेंडर को लेकर सीपीडब्ल्यूडी ने साफ किया कि जब तक साइट क्लियर नहीं होगी तब तक अगले टेंडर संभव नहीं होंगे मिली जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन इमारत पर अभी पूर्व में निर्माण में लगी कंपनी की हेवी मशीनरी मशीनरी लगी है। करीब आठ महीने पहले निर्माण कार्य बंद हो गया था सीपीडब्ल्यू  ने इस मामले में कंपनी को अलग से नोटिस थमाया था। 
अस्पताल की बहुमंजिला इमारत के लिए पेड़ों कटान होना है 
 सर्किट हाउस के सामने अस्पताल की बहुमंजिला इमारत प्रस्तावित है। भूमि पर अभी पेड़ों का कटान होना बाकी है ऐसे में सीपीडब्ल्यूडी तब तक कार्रवाई नहीं नही जब तक साईट कलीयर न हो जाए। ऐसे में  निर्माण कार्य पूरा होने में सालों लगगें। और निर्माण लागत भी  बढ़ेगी। केंद्र सरकार ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए पूर्व में प्रथम चरण के लिए 2.90 करोड़ का बजट स्वीकृत किया था। उधर कंपनी का आरोप है कि कि भुगतान न होने पर काम बंद करना पड़ा लेकिन सीपीडब्ल्यू का कहना है की रकम की अदायगी कर दी गई है।
 उधर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन प्रबंधन के अनुसार पेड़ों के कटान का मामला मामला एफसीए की मंजूरी के लिए के लिए अटका है इस मामले में जिला प्रशासन से लगातार संपर्क किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार साइट पर अभी पेड़ों का कटना बकाया है जिसकी मंजूरी अभी मिल नहीं है उधर साइट के साथ नगर परिषद के कुछ गैराज हटाए है। इसके अतिरिक्त वैकल्पिक मार्ग अस्पताल की इमारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा लेकिन हाईवे से जोडऩे वाले इस मार्ग में राजस्व, वेटनरी व एग्रीकल्चर विभागों की जमीन फंसी है इन विभागों की मंजूरी के बिना वैकल्पिक मार्ग का बनना किसी सपने से कम नहीं है। अस्मिता है। भविष्य में जो कंपनी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की इमारत का निर्माण कार्य अपने हाथों में लेगी उसके लिए निर्माण आसान नहीं होगा। एकेडमिक ब्लॉक के लिए अभी तकपूर्व में कंपनी ने 5 फ्लोर का निर्माण कर दिया है निर्माण कार्य में जिस तरह की मुश्किलें कंपनी और मजदूरों को आई हैं किसी से छिपी नहीं है।
- मेडिकल कॉलेज निर्माण को लेकर सीपीडब्ल्यूडी अब रि-टेंडर करेगी। नए टेंडर के लिए पहले साइट किलीयर करनी होगी। पूर्व में निर्माण कार्य में लगी कंपनी ने निर्माण लागत वसूलने के लिए आर्बिट्रेशन में जा रही है। परफारमेंस गारंटी सीज की गई है। कंपनी को अदालत ने स्टे दिया है सीपीडब्ल्यूडी सारे मामले को हैंडल कर रही है। अस्पताल की बनने वाली की साइट पर खड़े पेड़ों का कटान होना है। कार्रवाई को लेकर जिला प्रशासन के पास फाइल भेजी है। जैसे.जैसे समय बीतेगा निर्माण लागत भी बढ़ेगी भवन निर्माण में समय भी लगेगा। 
-डा.श्याम कौशिक, प्रिंसिपल मेडि़कल कॉलेज नाहन
27 एन.एच.एन 01
नाहन:मेडि़कल कॉलेज का निर्माणाधीन भवन। (ब्यूरो)