मुख्यमंत्री ने जंजैहली पर्यटन महोत्सव-2022 के समापन समारोह की अध्यक्षता की
शिमला 13 जून मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिला के सराज विधासभा क्षेत्र में जंजैहली पर्यटन महोत्सव-2022 के समापन समारोह के अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए एक व्यापक विकास योजना तैयार की जाएगी, ताकि यह एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में उभर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंजैहली पर्यटन महोत्सव का मुख्य उद्देेश्य क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना है, जो प्राकृतिक सौन्दर्य और स्वास्थ्यप्रद जलवायु से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि समूचे क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने से यह प्रदेश में एक नए पर्यटन गंतव्य के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शिकारी माता मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटकों के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में भी उभरा है। राज्य सरकार क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटन ढांचे को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में एडीबी परियोजना के अन्तर्गत नई राहें, नई मंज़िलें योजना के तहत नए पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे हैं। जंजैहली में क्लब महिंद्रा की एक बड़ी पर्यटन परियोजना विकसित की जा रही है, जिसे अगले कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 3.60 करोड़ रुपये की लागत से जंजैहली में निर्मित निरीक्षण कुटीर का आज लोकार्पण किया गया, जो यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने में एक मील पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को सड़कों से जोड़ दिया गया है, जिससे निश्चित रूप से क्षेत्र में पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में यह क्षेत्र न केवल देश बल्कि विश्वभर से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि शिकारी माता मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए जंजैहली-रायगढ़-शिकारी माता मार्ग का उन्नयन 7.36 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। ढीम-कटारू में 6.74 करोड़ रुपये की लागत से सराज कला मंच का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर क्षेत्र का समग्र एवं समान विकास सुनिश्चित कर रही है और उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जो किसी न किसी कारणवश उपेक्षित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिला यात्रियों को हिमाचल पथ परिवहन निगम की साधारण बसों में किराए में 50 प्रतिशत की छूट देगी जबकि घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक प्रति माह निःशुल्क बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भी निःशुल्क पानी उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि यह हैरानी की बात है कि इन फैसलों को कांग्रेसी नेता स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने इस अवसर पर मेला समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने मेले के दौरान अयोजित मिसेज़ एवं मिस सराज प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया। किरण ने मिसेज सराज और तृप्ता चौहान ने मिस सराज का ताज पहना, जबकि रूप सिंह को मेलॉडी ऑफ सराज चुना गया। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न विजेताओं को भी पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी औपचारिकताओं के पूर्ण होने पर जंजैहली में वन मंडलाधिकारी कार्यालय खोला जाएगा। इसके अतिरिक्त, प्राथमिक विद्यालय भलवाड़ को माध्यमिक विद्यालय में स्तरोन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जंजैहली स्थित कमरूनाग मन्दिर को विकसित करने का मामला भाषा कला एवं संस्कृति विभाग के साथ उठाया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रत्येक महिला मण्डल को 11000 रुपये देने की घोषणा की।
इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
मुख्यमंत्री ने जंजैहली बाजार में आग की घटना से प्रभावित स्थल का दौरा किया और प्रभावित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने सराज विधानसभा क्षेत्र के लिए ढीम कटारू मंे लगभग 64 करोड़ रुपये लागत की 19 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए।
जय राम ठाकुर ने 51.46 करोड़ रुपये की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए। जिनमें 5.58 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जरोल में विज्ञान प्रयोगशाला, 2.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संगलवाड़ा के भवन, जंजैहली-बाखली-गाडागुसैणी सड़क पर बाखली खड्ड पर 2.83 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुल, गांव रामपुर तक 2.50 करोड़ रुपये लागत की जंजैहली-बाखली-गाडागुसैणी-तुंगासी सड़क, 7.36 करोड़ रुपये लागत से स्तरोन्नत की गई जंजैहली-रायगढ़-शिकारी माता सड़क, 7.30 करोड़ रुपये लागत की बंथल-सनारली-शंकर देहरा-रायगढ़ सड़क, जंजैहली में 46 लाख रुपये लागत से निर्मित प्रोजैंसी एवं डैमोस्ट्रेशन ऑरचर्ड प्रभारी के कार्यालय एवं आवासीय भवन, जंजैहली में 5.47 करोड़ रुपये लागत के 33/22 केवी सब स्टेशन, तहसील थुनाग के अन्तर्गत जंजैहली में 11.57 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं के संवर्धन, जंजैहली में 3.58 करोड़ रुपये लागत के निरीक्षण कुटीर, जंजैहली से लम्बाथाच तक 1.46 करोड़ रुपये की लागत से बाखली खड्ड के दोनों ओर सिंचाई सुविधा और 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित वन विश्राम गृह बायला के अतिरिक्त भवन का लोकार्पण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने 11.95 करोड़ की 7 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास भी किए, जिनमें ढीम कटारू मंे 6.74 करोड़ रुपये से बनने वाले सराज कलामंच, ग्राम पंचायत ढीम कटारू के कटारू में 1.10 करोड़ रुपये लागत से बनने वाले शॉपिंग कॉम्पलैक्स एवं पंचायत समीति आतिथि गृह, ग्राम पंचायत तुंगधार के कुथाह में 90 लाख रुपये के पंचायत सामुदायिक बहुउद्देशीय केन्द्र एवं जंजघर, ग्राम पंचायत बुंगरैल चौक के रैलचौक में 90 लाख रुपये की लागत के बहुउद्देशीय सामुदायिक केन्द्र, जंजैहली में 88 लाख रुपये की लागत से बनने वाले विषय वाद विशेषज्ञ (एसएमएस) कार्यालय एवं आवास, तहसील थुनाग के ढीम कटारू में 49 लाख रुपये की लागत से जंजैहली की विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं के स्रोत सुदृढ़ीकरण कार्य और चिलमगढ़ में 94 लाख रुपये की लागत से निर्मित किए जाने वाले किसान भवन का शिलान्यास शामिल है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने शिकारी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वच्छता अभियान में भी भाग लिया।
उपमंडलाधिकारी थुनाग एवं मेला समिति के अध्यक्ष पारस अग्रवाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि जंजैहली पर्यटन उत्सव वर्ष 2017 से मनाया जा रहा है और इस उत्सव के दौरान अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी एवं हिमाचल प्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्षा डॉ. साधना ठाकुर, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, भाजपा मंडलाध्यक्ष बिशम शर्मा, टीकम चंद, गुलजारी लाल, कमल चंद राणा, खेम दासी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
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