लोगों की समस्याओं का घर द्वार समाधान सुनिश्चित कर रही सरकार : विक्रमादित्य सिंह
अक्स न्यूज लाइन कुल्लू 5 फरवरी :
कुल्लू जिले की आनी विधानसभा क्षेत्र के निरमण्ड उपमंडल के अरसू में आज सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया । जिसकी अध्यक्षता लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने की। सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में आनी विधानसभा क्षेत्र की 5 पंचायतों अरसू, कोट, बाड़ी, बाडीधार व निशानी से 52 शिकायते व मांगें प्राप्त हुई । जिनमे से अधिकतर शिकायतों का मौके पर ही निपटारा कर लिया गया।
विक्रमादित्य ने शेष शिकायतों को सम्बन्धित विभागों को प्राथमिकता के आधार पर समयबद्ध निपटारे के निर्देश देते हुए कहा कि 15 दिन के भीतर एसडीएम के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
उन्होंने कहा कि अरसू में विश्राम गृह के दो अतिरिक्त कमरों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा आनी नगर पंचायत को पुन: गठित करने का भी पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने दलाश में पॉलिटेक्निक संस्थान के निर्माण के लिए त्वरित उचित कदम उठाने का आश्वासन भी स्थानीय लोगों को दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने स्तर पर समस्याओं का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर करें। साथ ही निर्माण कार्य में गुणवत्ता को सुनिश्चित करें। मंत्री ने कहा कि गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य पर कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों की समस्याओं व शिकायतों का उनके घर द्वार के निकट समाधान सुनिश्चित बनाने लिए सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम आरम्भ किया है ताकि लोगों के समय व पैसे की बचत हो सके व तत्काल राहत मिल सके। उन्होंने कहा कार्यक्रम में प्रदेश सरकार द्वारा आरम्भ की गई विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं व कार्यक्रमों व सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए गए निर्णयों के बारे में जानकारी देना भी कार्यक्रम का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गत एक वर्ष के कार्यकाल मे अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए है ताकि अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति लाभांवित हो सके।
लोकनिर्माण मंत्री ने अधिकारियों को लोगों से प्राप्त शिकायतों को गम्भीरता से लेने तथा तत्काल समाधान करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोग उनके पास बड़ी उम्मीद से शिकायतों व समस्याओं को ले कर आते हैं ऐसे में आप सभी का दायित्व बनता है कि लोगों की समस्याओं व शिकायतों का तुरंत निपटारा कर उन्हें राहत प्रदान करें।
आज के कार्यक्रम में अधिकतर शिकायतें जलशक्ति विभाग, लोकनिर्माण, ग्रामीण विकास, राजस्व, बिधुत विभाग से सम्बंधित थी। विक्रमादित्य ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों का दर्द महसूस करते हुए राहत मैनुएल में संशोधन कर आपदा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए दी जाने वाली राहत राशि मे कई गुणा बृद्धि करने का साथ आपदा पीड़ितों के लिए 4500 कऱोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज जारी किया जिसके तहत कच्चे व पक्के मकानों के पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर दी जाने वाली राहत राशि को 1 लाख 30 हजार रुपये से बढ़ाकर 7 लाख रुपये किया गया है ।
कच्चे घरों को आंशिक रूप से हुए नुकसान पर दी जाने वाली 4 हज़ार रुपये की राहत राशि को बढ़ा कर एक लाख रुपये किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू ने प्रदेश की बागडोर सम्भालते ही चुनावी वादे के अनुसार ओल्ड पेंशन योजना को बहाल किया है जिससे लगभग एक लाख 36 हज़ार से अधिक कर्मचारी लाभान्वित हुए हैं उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए 680 करोड रुपए की राजीव गांधी रोजगार स्टार्टअप ई टैक्सी योजना आरंभ की गई है जिसके तहत पहले चरण में 500 ई टैक्सी परमिट जारी किए जाएंगे जिस पर सरकार द्वारा 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष यूपेंद्रकांत मिश्रा ने मंत्री को स्थानीय मांगों से अवगत करवाया साथ ही उन्होंने सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के उद्देश्य व सरकार द्वारा आरम्भ की योजनाओं की जानकारी दी। मंत्री ने इस से पूर्व विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा प्रदेश सरकार की योजनाओं पर आधारित गीतों व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगो को जागरूक किया। कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों के बारे मे भी जागरूक किया गया।
इससे पूर्व लोकनिर्माण व एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह निरमण्ड में 20 करोड रुपये से अधिक राशि के लोकार्पण शिलान्यास किए। उन्होंने 8 कऱोड़ 27 लाख रुपये की लागत से निर्मित साढ़े दस किलोमीटर लंबी शील से जुआगी सड़क, 2 कऱोड़ 62 लाख रुपये की लागत से निर्मित ठारला से शगोफा सड़क व 71 लाख रुपये से निर्मित कोट लिंक मार्ग का लोकार्पण के अलावा ठांश से क्शेनी, बड़नाला सम्पर्क मार्ग के अलावा कथांडा से कुटवा सम्पर्क मार्ग की आधारशिला रखी।