हिमाचल सरकार ने पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ दी विदाई, अंतिम यात्रा में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री, अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि

वहीं, परम पूज्य महाराज जी के बैकुंठ गमन पर बाबा रूद्रानंद जी महाराज डेरे में सोमवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा था। मौसम की मनुहार में मानो देवताओं ने भी बारिश की फुहारों के साथ उनकी दिव्य देह का अभिषिंचन किया। हजारों श्रद्धालुओं ने उनके पुण्य चरणों के दर्शन किए और श्रद्धांजलि अर्पित की। वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य महाराज जी के प्रधान शिष्य एवं उत्तराधिकारी आचार्य हेमानंद महाराज ने चिता को मुखाग्नि दी।
बता दें, स्वामी सुग्रीवानंद जी महाराज का 2 मार्च को पीजीआई चंडीगढ़ में देहावसान हुआ था। वे 98 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। हिमाचल सरकार ने उनके सम्मान में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे, जिनके अनुपालन में जिला प्रशासन ने समुचित व्यवस्था करते हुए विधिवत रूप से राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि संपन्न कराई। वहीं, ऊना जिला प्रशासन ने महाराज जी के सम्मान में 3 मार्च को स्थानीय अवकाश घोषित किया था।
इस दौरान विधायक सतपाल सत्ती, राकेश कालिया, विवेक शर्मा, सुदर्शन बबलू, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार धीमान तथा आयोग के सदस्य अधिवक्ता विजय डोगरा समेत समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट विभूतियों और हजारों श्रद्धालुओं ने अंतिम यात्रा में शामिल होकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।