राज्य के अनछुए पर्यटक स्थलों को सड़क सुविधा से जोड़ा जाएगा: बाली

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला को टूरिज्म कैपिटल के रूप में विकसित करने के लिए सरकार कारगर कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के संकल्प को पूरा करने के लिए कईं महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर, बनखंडी में जूलॉजिकल पार्क, नगरोटा बगवां में ओल्ड एज वेलनेस रिजॉर्ट एवं हाई एंड फाउंटेन, नरघोटा में प्रस्तावित टूरिज्म विलेज, आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक, हेलीपोर्ट निर्माण जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर कार्य जल्द शुरु किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वन क्षेत्रों में 11 ईकोे-पर्यटन स्थल चिन्हित किए गए हैं। जिनमें इनमें चार इको पर्यटन स्थल कांगड़ा जिला के पालमपुर वन मंडल में स्वार, सौरभ वन विहार, न्यूगल पार्क, बीड़-बिलिंग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ईकोे-पर्यटन स्थल एक हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा। आउटसोर्सिंग के माध्यम से विकसित व संचालित किए जाने वाले इन स्थलों के लिए आरक्षित मूल्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि ईकोे-पर्यटन को प्रोत्साहित करने से राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में भी इजाफा होगा तथा प्रदेश में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।