अक्स न्यूज लाइन शिमला 16 सितंबर :
सीटू, हिमाचल किसान सभा, एसएफआई, जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई, एआईएलयू व अन्य जनवादी संगठनों ने हिमाचल प्रदेश में आरएसएस व इसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा सुनियोजित तरीके से फैलाई जा रही सांप्रदायिक घटनाओं, एक समुदाय विशेष के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा का वातावरण बनाने के खिलाफ, मस्जिदों के नाम पर अल्पसंख्यकों में भय का माहौल बनाने के खिलाफ तथा प्रदेश में भाईचारा, एकता, अमन चैन स्थापित करने के लिए शिमला के कालीबाड़ी हॉल में एक विशाल अधिवेशन का आयोजन किया। अधिवेशन में सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। अधिवेशन को कॉमरेड राकेश सिंघा, संजय चौहान, विजेंद्र मेहरा, जगत राम, फालमा चौहान, जगमोहन ठाकुर, सत्यवान पुंडीर, अनिल ठाकुर, हितेंद्र ठाकुर, कमल शर्मा, सन्नी सिकटा , संतोष, सोनिया, महेश वर्मा, वीरेंद्र ठाकुर, रीना तंवर, राजेंद्र चौहान आदि ने संबोधित किया। अधिवेशन ने निर्णय लिया कि जनता की व्यापक एकता, सांप्रदायिक सौहार्द, भाईचारा, अमन चैन स्थापित करने के लिए 27 सितम्बर को शिमला शहर में विशाल रैली आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश हमेशा से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे अपने सामाजिक मानकों के लिए देश में जाना जाता रहा है। हमारा प्रदेश भाईचारे, अमन चैन, सांप्रदायिक सद्भाव, एकता की देश में एक मिसाल रहा है। प्रदेश की जनता ने हमेशा संवैधानिक व लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की है। देश के संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्षता अंकित है जहां सब धर्मों को समानता का अधिकार है। संविधान किसी भी नागरिक में धर्म जाति क्षेत्र नस्ल के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। परंतु पिछले कुछ दिनों में सुनियोजित सांप्रदायिक हिंसा ने देश व विदेश में हिमाचल प्रदेश की छवि को धूमिल किया है। आरएसएस व इसके संगठनों द्वारा प्रायोजित सांप्रदायिक तनाव से प्रदेश के सबसे बड़े आर्थिक संसाधनों में से एक पर्यटन उद्योग पर भारी खतरा मंडरा रहा है। इन घटनाक्रमों से प्रदेश की जनता की एकता में बिखराव आया है। इस से प्रदेश में शांति व्यवस्था भंग हो रही है। प्रदेश में अराजकता का वातावरण बन रहा है। इस से प्रदेश का नाम बदनाम हो रहा है। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वह मानव मूल्यों की रक्षा के लिए आगे आए व प्रदेश में भाईचारा स्थापित करे। उन्होंने जनता से एकता बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से आह्वान किया है कि वह प्रदेश में शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे ताकि जनता में सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे।