एनडीआरएफ टीम ने एरिया फैमिलियराइजेशन अभ्यास को लेकर एडीसी से की औपचारिक भेंट

बैठक के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने एनडीआरएफ टीम के साथ अभ्यास से संबंधित विस्तृत चर्चा की तथा उन्हें जिला आपदा प्रबंधन योजना, महत्वपूर्ण स्थलों की जानकारी और जिला ऊना का विस्तृत प्रोफाइल प्रदान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अभ्यास आपदा प्रबंधन व्यवस्था को और सशक्त बनाएगा तथा प्रशासनिक और सामुदायिक स्तर पर आपदाओं से बेहतर ढंग से निपटने की क्षमता विकसित करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभ्यास के परिणाम और निष्कर्ष जिला प्रशासन के साथ साझा किए जाएं।
महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि 14वीं बटालियन की एनडीआरएफ टीम प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से बचाव के लिए जिले के विभिन्न संवेदनशील व आपदा संभावित क्षेत्रों में अभ्यास करेगी तथा संबंधित स्थलों का मैदानी निरीक्षण कर आवश्यक जानकारी एकत्रित करेगी।
यहां होंगे जागरूकता कार्यक्रम
एडीसी ने बताया कि 8 अक्तूबर को गगरेट उपमंडल के अंतर्गत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भद्रकाली में सुबह 9ः30 बजे छात्रों व स्टाफ के लिए जागरूकता और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 9 अक्तूबर को बंगाणा उपमंडल के घरवास, परोइयां कलां और रायपुर क्षेत्रों में भूस्खलन संभावित स्थलों का निरीक्षण किया जाएगा। 10 अक्तूबर को भरमौती मंदिर और हंडोला पुल के आसपास डूबने की संभावनाओं वाले स्थलों का सर्वेक्षण किया जाएगा।
इसी क्रम में 11 अक्तूबर को उपमंडल अंब में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में संवेदनशील क्षेत्रों से संबंधित जानकारी एकत्रित की जाएगी। 13 अक्तूबर को महाराणा प्रताप राजकीय डिग्री कॉलेज अंब में सुबह 9 बजे, 14 अक्तूबर को राजकीय डिग्री कॉलेज खड्ड और 15 अक्तूबर को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पंडोगा में जागरूकता और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त 16 अक्तूबर को सुबह 9 बजे एसवीएसडी पीजी कॉलेज भटोली और 17 अक्तूबर को हिम गौरव आईटीआई ऊना में भी छात्रों व स्टाफ को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही, कार्यक्रम का समापन 18 अक्तूबर को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (इंडेन बोटलिंग प्लांट, रायपुर सहोड़ा) तथा आईओसीएल पेखूबेला में प्रबंधन अधिकारियों के साथ संवेदनशील प्रोफाइल बैठक के रूप में होगा।
इस अवसर पर एनडीआरएफ 14वीं बटालियन, नूरपुर (जिला कांगड़ा) के टीम लीडर एवं निरीक्षक संदीप कुमार, उप-निरीक्षक हरदीप सिंह, तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना के प्रभारी धीरज कुमार और राजन कुमार भी उपस्थित रहे।