एसएफआई ने वीसी ऑफिस में वाणिज्य विभाग में फर्जी P. HD एडमिशन को लेकर किया धरना प्रदर्शन

एसएफआई ने वीसी ऑफिस में वाणिज्य विभाग में फर्जी P. HD एडमिशन को लेकर किया धरना प्रदर्शन
अक्स न्यूज लाइन शिमला 15 मई : 
एसएफआई ने वीसी ऑफिस में वाणिज्य विभाग में फर्जी P. HD एडमिशन को लेकर किया धरना प्रदर्शन किया गया। इस धरने प्रदर्शन का संचालन करते हुए सचिवालय सदस्य कॉमरेड अंकुश ने कहा कि एसएफआई को बार बार एक ही मांग को लेकर विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन करना पड रहा है और P hd में लगातार इस विश्वविद्यालय के अंदर अनेकों फर्जीवाडे प्रशासन के द्वारा किए जा रहे है। अनेकों तरीको से विश्वविद्यालय में P.HD में अपने चहेतों को फर्जी प्रवेश दिया जा रहा है चाहे वो 2019 में पिछले दरवाजे से अपने चहेतों को पीएचडी में अलग से सीट क्रिएट करना और अपने बच्चों की एडमिशन करना हो या फिर हाल ही में वाणिज्य विभाग में P. HD में S T की सीट को जनरल  में कन्वर्ट करना हो। लगातार इस विश्वविद्यालय में प्रशासन P.HD में फर्जी एडमिशन करने और अपने चहेतों को भरने का काम कर रहा है। 
 इस धरने प्रदर्शन में मुख्य वक्ता के रूप में बात रखते हुए परिसर सचिव साथी सनी सेक्टा ने कहा कि विश्वविद्यालय में इस तरह की फर्जी एडमिशन पहली बार नहीं  हो रही है।  पिछले लंबे समय से लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा अपने चहेतों को पीएचडी के अंदर भरने का काम किया है और इसके साथ-साथ ही प्रोफेसर रिक्रूटमेंट किया जिसमे भी अपने चहेतों को फर्जी तरीके से भरा गया है। इस विश्वविद्यालय के अंदर यह फर्जीवाड़े लंबे समय से हो रहे हैं जिसका एसएफआई हमेशा से विरोध करती आई है और इन फर्जीवाड़ों के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही है। बार बार  प्रशासन के सामने उजागर कर रही है आज से पहले भी एसएफआई ने प्रशासन के अनेकों फर्जीवाड़े को उजागर किया है। 
इस एडमिशन को लेकर एसएफआई ने साफ तौर पर आरोप लगाए है, कि इस एडमिशन में पैसे का लेन देन हुआ है क्योंकि ये एडमिशन विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस को दरकिनार करके की गई है और S.C, S.T एट्रोसिटी  एक्ट का भी वायलेशन किया गया है। यही नहीं यूजीसी के नियमों को भी दरकिनार किया गया इसलिए यदि विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा आने वाले दो दिनों के अंदर इस एडमिशन को रद्द नहीं करता है और साथ ही साथ वाणिज्य के अध्यक्ष को बर्खास्त नहीं किया जाता तो एसएफआई विश्वविद्यालय के सभी आम छात्रों को इकट्ठा करके इस भ्रष्ट प्रशासन के खिलाफ विश्वविद्यालय के अंदर मोर्चा खोलेगी जिसकी सारी जिम्मेवारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।