उप मुख्यमंत्री ने ऊना में हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के कार्यालय का किया उद्घाटन
उपमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ऊना जिले में राज्य स्तर का यह कार्यालय खुलना एक ऐतिहासिक कदम है। अब इस आयोग का संचालन यहीं से किया जाएगा, जिससे दलित समाज, वंचितों की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित होगा। इसके दूरगामी और सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में जिले में और भी राज्य स्तरीय कार्यालय लाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि ऊना जिला विकास की गति में प्रदेश का अग्रणी जिला बन चुका है। हम दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जिले में विकास के नए आयाम सुनिष्चित बनाने को कृतसंकल्पित हैं।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेष सरकार 300 करोड़ रुपये की लागत से माता चिंतपूर्णी मंदिर का भव्य भवन बनाने जा रही है। इसके अलावा वहां रोपवे परियोजना के साथ विकास को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने चिंतपूर्णी मंदिर के लिए प्रस्तावित रोपवे का विरोध कर रहे लोगों को विकास में रोड़ा ना बनने की नसीहत दी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि रोपवे बनने से मंदिर क्षेत्र में कारोबार में वृद्धि होगी और यहां के व्यापारियों को लाभ होगा।
अवैध खनन, चिट्टा और पेड़ कटान पर सख्त हिदायत
उपमुख्यमंत्री ने प्रषासन को जिले को 3 प्रमुख समस्याओं से पूरी तरह मुक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की हिदायत देते हुए अवैध खनन गतिविधियों पर नकेल कसने, चिट्टा और अन्य मादक पदार्थों के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीपल तथा बड़ जैसे बड़े पेड़ों की कटाई और तस्करी पर पूरी लगाम लगाने का काम करने को कहा। उन्होंने चेताया कि इसमें ढिलाई बर्दाष्त नहीं की जाएगी। प्रशासन फील्ड में सक्रिय दिखना चाहिए।
टिप्परों के अनियंत्रित आवागमन पर लगे ब्रेक
उपमुख्यमंत्री ने जिले में टिप्परों के समय-असमय अनियंत्रित आवागमन पर गंभीरता दिखाते हुए इसे नियंत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासन से कहा कि टिप्परों की आवाजाही के लिए समय सीमा निर्धारित की जाए। सुबह 6 से 9 बजे और शाम 7 से 10 बजे के बीच टिप्परों की आवाजाही पर रोक लगाई जाए, ताकि स्कूली बच्चों और सैर के लिए निकले लोगों को असुविधा न हो।
1 महीने में आ जाएंगे लंबित परीक्षा परिणाम
श्री अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार युवा हितैषी सरकार है। पूर्व के स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड के विभिन्न पदों के लंबित परीक्षा परिणाम एक महीने के भीतर घोषित कर दिए जाएंगे। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के शासनकाल में प्रदेश में पेपर बिकते थे। हमारी सरकार युवा हितैषी है। पूरी पारदर्शिता से युवाओं के हितों के लिए काम किया जा रहा है।
ओपीएस पर बीजेपी का रुख स्पष्ट करें जयराम
उपमुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को ओपीएस पर बीजेपी का रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर इसपर बोलें कि यदि कभी भूले से बीजेपी प्रदेश में सत्ता में आई तो वे ओपीएस का क्या करेंगे। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि बीजेपी हमेशा कर्मचारियों की पेंशन की विरोधी रही है। साल 2003 में केंद्र में बीजेपी की सरकार के समय ही पुरानी पेंशन योजना बंद की गई थी। हमने इसे फिर से चालू करने का वायदा किया था और उसे डंके की चोट पर पूरा किया है। केंद्र की बीजेपी सरकार प्रदेष की कर्ज सीमा में कटौती करके तथा फॉरेन फंड परियोजनाओं की कैपिंग करके हिमाचल के हितों को नुकसान पहुंचाने में लगी है। प्रदेष के 9 हजार करोड़ से अधिक एनपीएस फंड को लौटाने में आनाकानी की जा रही है। लेकिन प्रदेष की कांग्रेस सरकार हर चुनौती से पार पाकर प्रदेष के विकास को आगे बढ़ाने में लगी है।
एचआरटीसी को बदनाम करने की ओछी राजनीति ना करे बीजेपी
पेंशन अदायगी को दिए 67.50 करोड़, जल्द खरीदेंगे 1 हजार बसें
श्री अग्निहोत्री ने प्रदेश के बीजेपी नेताओं को एचआरटीसी को बदनाम करने की ओछी राजनीति ना करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि झूठ के पांव नहीं होते। बीजेपी नेता अनर्गल आरोप लगाकर एचआरटीसी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि एचआरटीसी 50 सालों से प्रदेशवासियों की सेवा में लगी है। हर दिन 5 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। वे एचआरटीसी बस में कूकर और हीटर का टिकट काटने और एचआरटीसी कर्मियों को पेंशन न मिलने के आरोपों के संदर्भ में बोल रहे थे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने एचआरटीसी को पेंशन की अदायगी को 67.50 करोड़ रुपये जारी किए हैं। एचआरटीसी की मजबूती के लिए जल्द1000 नई बसों की खरीदी जाएंगी। करीब 350 इलेक्ट्रिक बसें ली जाएंगी। इसके अलावा टैम्पो ट्रैवेलर की भी खरीद की जाएगी।
आयोग कार्यालय से गरीब और पिछड़े वर्गों को विशेष लाभ - कुलदीप धीमान
इस अवसर पर, हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार धीमान ने हिमाचल प्रदेश सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम के लिए मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऊना में कार्यालय स्थापित करने के फैसले से गरीब और पिछड़े वर्गों को विशेष लाभ होगा। उन्हें न्याय के लिए शिमला का रुख नहीं करना पड़ेगा, बल्कि उन्हें अपने घरद्वार के पास ही सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह कार्यालय न केवल आयोग की कार्यक्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर न्याय और सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। हिमाचल प्रदेश सरकार का यह कदम अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि आयोग अनुसूचित जाति वर्ग के हितों की रक्षा और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। आयोग का प्राथमिक उद्देश्य दलित और पिछड़े वर्गों को न्याय और सहूलियत प्रदान करना है।
पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने ऊना में आयोग के कार्यालय शुभारंभ के लिए प्रदेश सरकार का आभार जताया।
कार्यक्रम में आयोग के सदस्य सचिव सहायक आयुक्त वरिंद्र षर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रकाष डाला।
इस अवसर पर कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा, पूर्व विधायक गणेश बरवाल, जिला उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, कांग्रेस नेता रणजीत राणा, अशोक ठाकुर व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।