हिमाचल का वर्तमान खूबसूरत स्वरूप डा.परमार की बदौलत प्राप्त हुआ -रोहित ठाकुर

हिमाचल का वर्तमान खूबसूरत स्वरूप डा.परमार की बदौलत प्राप्त हुआ -रोहित ठाकुर

अक्स न्यूज   लाइन ..नाहन, 08 सितंबर  
-शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि डा. यशवंत सिंह परमार की इसी जन्मस्थली से हिमाचल के अस्तित्व की लड़ाई लड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि डा. परमार एक विजनरी और जन जनायक थे जिनकी बदौलत हिमाचल का यह स्वरूप हमें देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 6 जिलों में मेडिकल कॉलेज हैं और हिमाचल विकास की दृष्टि से नए आयाम स्थापित कर रहा है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर आज शुक्रवार को चन्हालग के नगरकोटि मंदिर परिसर में आयोजित जन्माष्टमी मेले के समापन अवसर पर बतौर मुख्यअतिथि जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
   उन्होंने कहा कि प्रदेश में टीचिंग स्टाफ के 12 हजार पद खाली पड़े थे और सुक्खू सरकार ने एक साथ 6000 पद भरने की स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि प्रमोशन व बैचवाइज आधार पर 3000 पदों को शिक्षा विभाग में भरा जा रहा है तथा दूर दराज के क्षेत्रों में अध्यापकों को भेजा गया है।
  शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बसांहा जहां से डा. यशवंत सिंह परमार ने शिक्षा की शुरूआत की थी, इस स्कूल का सांईस ब्लाक का 1.50 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार है और कार्य को आरम्भ करने के लिए आवश्यक 20 प्रतिशत बजट जल्द उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने चन्हालग की नगरकोटि मंदिर की सड़क को पक्का करने के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने मेला मैदान के लिए प्राक्कलन तैयार करने के लिए कहा और बजट का प्रावधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पेयजल योजनाओं को भी दुरुस्त किया जाएगा, इसके लिए उन्होंने जलशक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता को आदेश दिए।
 कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद परमार, प्रदेश कांग्रेस सचिव दयाल प्यारी, प्रदेश कांग्रेस समिति उपाध्यक्ष राहुल ठाकुर, प्रधान ग्राम पंचायत कुलदीप, कांग्रेस सेवा दल अध्यक्ष हरदेव राणा, प्रदेश कांग्रेस सचिव राजेश्वरी शर्मा, पूर्व बीडीसी अध्यक्ष सिरमौर सिंह, प्रदेश कांग्रेस समिति सचिव अरुण मेहता, पच्छाद विधानसभा प्रभारी अजय कंवर, प्रधान मेला कमेटी गणेश शर्मा, उप प्रधान रणवीर, पृथ्वी सिंह, विक्रम ठाकुर, रणवीर सिंह ठाकुर, जिला परिषद सदस्य नीलम शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।   .0.