‘जय हिन्द सभा’ का आयोजन 30 मई को

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद अजय माकन एवं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल सहित कई गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से पूर्व सैनिक भी भाग लेंगे।
डॉ. शांडिल ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के उन वीर सैनिकों को सम्मानित करना है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। हिमाचल प्रदेश देवभूमि होने के साथ-साथ वीरों की भूमि के रूप में भी जानी जाती है और इसके वीर सैनिक हमेशा से ही देश की सरहदों और अखंडता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देते आए हैं। हिमाचल को देश का पहला ऐसा राज्य होने का गौरव प्राप्त है, जिसके मेजर सोमनाथ शर्मा को सन् 1947 में पाकिस्तान के साथ कश्मीर में हुए कबायली संघर्ष में अदम्य साहस का परिचय देने के लिए मरणोपरांत पहला परमवीर चक्र प्रदान किया गया था। इसके बाद के युद्धों में भी हिमाचल के शूरवीरों ने दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए परमवीर चक्र सहित अन्य वीरता सम्मान हासिल किए। हाल ही में शहीद हुए सूबेदार पवन सिंह जरियाल ने भी देश सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए।
डॉ. शांडिल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है जो शहीद सैनिकों के परिजनों को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा भर्ती एवं पदोन्नति के मामलों में पूर्व सैनिकों को प्राथमिकता दी जा रही है।
बैठक में अन्यों के अतिरिक्त महापौर नगर निगम शिमला सुरेन्द्र चौहान, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप, विशेष सचिव सैनिक कल्याण हरबंस ब्रसकोन, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह, नगर निगम शिमला के आयुक्त भूपेन्द्र अत्री तथा निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर मदन शील शर्मा (सेवानिवृत) उपस्थित थे।