मॉनसून सीजन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करें : अमरजीत सिंह

उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़, जलभराव और भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों को पहले ही चिह्नित कर लें और लोक निर्माण विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों की मशीनरी तथा अन्य संसाधनों की मैपिंग करें। सड़कों और भवनों के आस-पास खतरनाक पेड़ तुरंत हटाए जाने चाहिए। होमगार्ड्स, पुलिस और स्थानीय वालंटियर्स की टीमों को आवश्यक उपकरणों सहित तैयार रखें। अगर किसी उपकरण या मशीनरी की आवश्यकता है तो तुरंत इसकी डिमांड भेजें।
उपायुक्त ने कहा कि इस बार मॉनसून सामान्य समय से 10 दिन पहले ही पहुंच सकती है। इसलिए, सभी आवश्यक प्रबंध तुरंत पूरे होने चाहिए। जल शक्ति विभाग पेयजल स्रोतों की सफाई सुनिश्चित करे तथा ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरिनेशन की सामग्री का पर्याप्त स्टॉक रखे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और खाद्य आपूर्ति विभाग को आवश्यक दवाइयों तथा खाद्य वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि सड़कों के आस-पास और शहरी निकाय क्षेत्रों में सभी नालियों एवं नालों की सफाई होनी चाहिए और अगर इनमें कहीं पर ब्लॉकेज है तो उसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। इसके लिए एक से 10 जून तक विशेष अभियान चलाएं।
उपायुक्त ने कहा कि डीडीएमए की ओर से जारी किए जाने वाले मौसम के पूर्वानुमानों, चेतावनियों और एडवायजरी से संबंधित संदेश तुरंत आम लोगों तक पहुंचाए जाने चाहिए। जिले में कहीं पर भी होने वाले नुक्सान की रिपोर्ट भी तुरंत जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में पहुंचनी चाहिए। बैठक में आपदा प्रबंधन से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर एडीसी अभिषेक गर्ग ने विभिन्न प्रबंधों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में एसपी भगत सिंह, विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम और अन्य अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।