90% हो प्रवक्ता से प्रधानाचार्य पदोन्नति कोटा ....20 से .25 वर्ष की सेवाकाल उपरांत भी प्रवक्ता पद से ही सेवानिवृत्त हो रहै है

90% हो प्रवक्ता से प्रधानाचार्य पदोन्नति कोटा ....20 से .25 वर्ष की सेवाकाल उपरांत भी प्रवक्ता पद से ही सेवानिवृत्त हो रहै है

अक्स न्यूज   लाइन ..नाहन  19 जुलाई - 2023
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने मांग की है कि विद्यालय के प्रधानाचार्य पद के लिए प्रवक्ता एवं मुख्याध्यापक के अनुपात मे काडर संख्या के अनुपात मे ही वृद्धि कर प्रवक्ताओ के लिए 90% पद संरक्षित रखे जाए। प्रवक्ता संघ  जिला सिरमौर अध्यक्ष  सुरेंद्र पुंडीर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष  ओम प्रकाश शर्मा ,महासचिव डॉ आई डी राही, जिला कोषाध्यक्ष  विजय  वर्मा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य सतीश शर्मा, संजय शर्मा ,रमेश नेगी, महिला अध्यक्ष सीमा वर्मा , भावना साथी , रमा शर्मा, संध्या चौहान आदि ने तर्क दिया कि
वर्तमान परिस्थित मे जहां मुख्याध्यापक मात्र 3 वर्ष के सेवाकाल बाद प्रधानाचार्य बन जाते हे वही प्रवक्ता 20 से 25 वर्ष की सेवाकाल उपरांत भी प्रवक्ता पद से ही सेवानिवृत्त हो रहै है  आश्चर्य का विषय यह है कि मुख्याध्यापक काडर से कनिष्ठ शिक्षक भी वरिष्ठ प्रवक्ताओ से पहले  प्रधानाचार्य बनने लगे है।अत वर्तमान परिस्थित मे प्रवक्ताओ की काडर संख्या के अनुपात मे प्रधानाचार्य पद पर इस वर्ग के लिए कोटा बढाना नितांत आवश्यक है।
यह भी  आश्चर्य का विषय है कि जहां सभी विभागों में राजपत्रित पद के लिए विभागीय  परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है वही मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य के लिए किसी प्रकार की कोई विभागीय परीक्षा अनिवार्य नहीं ओर सबसे अधिक चिंतनीय विषय तो यह है कि  वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जहां प्रवक्ता पद के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातकोत्तर है वही प्रधानाचार्य पद पर मुख्याध्यापक कोटे से केवल प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भी प्रधानाचार्य बनते आ रहे हैं ।
 जहां संख्या की बात की जाए आज 50% पद मात्र 750 मुख्य अध्यापकों के संरक्षित हैं जबकि 18000 प्रवक्ताओं के लिए भी केवल 50% ही पद ही है जो शायद ही न्यायसंगत हो।  प्रवक्ता संघ ने इस तथ्य को भी गुमराह करने वाला बताया जिसमे मुख्याध्यापक पद के लिए प्रशिक्षित स्नातक शिक्षको को जोड़कर बताया जा रहा है क्योकि यदि फिडींग काडर की बात करे तो वर्तमान मे   प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक अधिक योग्यता  होने के कारण  पदोन्नति का विकल्प केवल प्रवक्ता पद के लिए देते हैं ओर दुर्भाग्य से अधिक शिक्षित होने के बावजूद भी प्रवक्ता ही सेवानिवृत्त हो जाते है ऐसी परिस्थित मे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक आज मुख्याध्यापक से अधिक प्रवक्ता वर्ग का  फिडींग काडर है।
 इसके अतिरिक्त प्रवक्ता संघ ने मांग की है कि सभी शैक्षणिक योग्यता को पूरा करने वाले विद्यालय प्रवक्ताओ को अन्य विभागो की तरह उच्च पद अर्थात महाविद्यालय सहायक प्रोफेसर महाविद्यालय के पद पर   पदोन्नती दी जाए जिससे जहा दशको  तक ही पद पर रहने वाले विद्यालय प्रवक्ताओ को पदोन्नती के अवसर मिलेगे वही अधिक अनुभवी प्राध्यापको की सेवाओ का लाभ महाविद्यालय स्तर पर भी मिलेगा।
संघ अध्यक्ष  ने कहा कि  यदि विभाग द्वारा प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नती को संख्या के अनुपात मे नही बढाया गया तो मजबूरन संघ को इस अन्याय के विरूद्ध उचित न्यायलय मे चुनौती देनी पड़ेगी।