सांसद सुरेश कश्यप ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया बोले डेढ़ हजार संस्थानों की कर दी तालाबंदी,सिरमौर के साथ कर रहे हैं भेदभाव

सांसद सुरेश कश्यप ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया बोले डेढ़ हजार संस्थानों की कर दी तालाबंदी,सिरमौर के साथ कर रहे हैं भेदभाव

अक़्स न्यूज लाइन, नाहन -- 03 जनवरी 
 

भाजपा के शिमला सीट से सांसद सुरेश कश्यप ने मुख्यमंत्री  ठाकुर सुखविंदर सिंह क ो आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नए दौर की बात करने वाली कांग्रेस सरकार ने एक साल पूरा होने बाद भी नई योजनाएं शुरू नहीं कर पाई है। सांसद बुद्धवार को नाहन में एक पत्रकार सम्मेलन में बोल रहे थे। 

सुरेश कश्यप ने कहा कि मौजूदा सरकार का कार्यकाल 1 साल से भी अधिक समय का हो गया है मगर यह सरकार कोई भी नया कार्य नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने प्रदेश में करीब डेढ़ हजार संस्थानों में ताले जड़ दिए वही जनता को दी हुई कोई भी गारंटी मौजूदा सरकार पूरी नहीं कर पाई है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा हुआ सब महसूस कर रही है और आने वाले समय में प्रदेश सरकार को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। 

सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार युवा नौकरी के इंतजार में है और महिलाएं इंतजार कर रही है कि कब सरकार उनको 1500 देंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पशुपालन मंत्री ने 1 जनवरी से गोबर खरीदने की बात कही थी मगर गोबर खरीद शुरू नहीं हुई है।
 

कश्यप ने मुख्यमंत्री पर सिरमौर जिला के साथ भेदभाव के  करने के आरोप लगाते हुए कहा कि लंबे समय बाद 3 जनवरी को मुख्यमंत्री का नाहन दौरा प्रस्तावित था मगर वह नाहन दौरे पर नहीं पहुंचे उन्होंने कहा कि आपदा के समय भी मुख्यमंत्री उस समय सिरमौर जिला में पहुंचे थे जब आपदा के निशान भी मिट चुके थे ऐसे में लगता है कि मुख्यमंत्री सिरमौर जिला के विकास को लेकर गंभीर नहीं है अच्छा होता कि मुख्यमंत्री यहाँ पहुंचने और लोगों की उम्मीदों के मुताबिक यहां जिला के लोगो के लिए कुछ घोषणाएं करते।
 

गिरीपार जनजातीय क्षेत्र मामले को लेकर पूछे गए सवाल के जबाब में सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कई दशकों से चली आ रही गिरिपार इलाके के लोगों की मांग को उसके केंद्र सरकार ने पूरा किया मगर प्रदेश सरकार ने हर संभव इस मामले को लटकाने की कोशिश की मगर फिर भी सरकार अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हो पाई।  उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार के समय में इस मामले को सिरे चढ़ाया गया जिसके चलते आज लोगों की मांग पूरी हुई है।