शिमला सहित अन्य स्कूलों में लंबे समय से डटे सरप्लस शिक्षकों के दूरदराज क्षेत्रों में होंगे तबादले : शिक्षा मंत्री

शिमला सहित अन्य स्कूलों में लंबे समय से डटे सरप्लस शिक्षकों के दूरदराज क्षेत्रों में होंगे तबादले : शिक्षा मंत्री
शिमला, 7 फरवरी (अक्स न्यूज लाइन):- राजधानी शिमला सहित जिला मुख्यालयों के आसपास स्थित स्कूलों में लंबे समय से डटे सरप्लस शिक्षकों के दुर्गम और दूरदराज के स्कूलों में तबादले किए जाएंगे। राज्य सचिवालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिक्षकों का युक्तिकरण करने का फैसला लिया। डेपुटेशन पर कार्यरत शिक्षकों की सूचना भी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों वाले स्कूलों में स्टाफ की भारी कमी है। शिक्षा विभाग में ट्रांसफर नीति भी बनाई जाएगी। इसमें दुर्गम, दूरदराज के क्षेत्रों में रिक्त पद भरने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने प्रदेश के स्कूलों में रिक्त 12 हजार पदों को भरने में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बैचवाइज और पदोन्नति के जो मामले कोर्ट में लंबित नहीं हैं, उन्हें जल्द निपटाया जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कोर्ट में लंबित शिक्षकों के मामलों को लेकर विधि विभाग से चर्चा कर हल करने को भी कहा। कॉलेजों में रिक्त चल रहे प्रिंसिपलों के पद भी जल्द भरने के निर्देश दिए गए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि गुणात्मक शिक्षा पर फोकस किया जाएगा। बीते दिनों में जारी हुई रिपोर्ट में अच्छे संकेत नहीं मिले हैं। छात्र हित में कई कठोर फैसले लेने पड़ेंगे। शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। बैठक के दौरान सिंगल टीचर वाले स्कूलों को लेकर भी चर्चा हुई। शिक्षा मंत्री ने ऐसे स्कूलों में जल्द नियुक्तियां करने के निर्देश दिए। कॉलेजों को मिलने वाली रूसा ग्रांट को लेकर भी चर्चा हुई। शिक्षा मंत्री ने इस ग्रांट को लेने के लिए निधार्रित मापदंडों और औपचारिकताओं को पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य संसदीय सचिव शिक्षा आशीष बुटेल, शिक्षा सचिव डॉ. अभिषेक जैन, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक घनश्याम चंद सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। प्रदेश के प्री प्राइमरी स्कूलों में 4,000 शिक्षकों की भर्ती का फैसला कैबिनेट बैठक में होगा। बीते डेढ़ वर्ष से यह भर्ती प्रक्रिया फंसी हुई है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्री प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती जल्द की जाएगी। कैबिनेट में इस बारे में चर्चा की जाएगी। प्रक्रिया को लेकर प्रस्ताव बनाया जाएगा। मेरिट आधार पर भर्ती की जाएगी। भाजपा सरकार के कार्यकाल में बीते वर्ष अप्रैल के बाद खुले 386 शिक्षण संस्थानों के भविष्य का फैसला भी कैबिनेट बैठक में होगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव में लाभ उठाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों को खोला है। ऐसे कई स्कूल खोले हैं, जहां पढ़ने वाले बच्चे नाममात्र है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों का गुण-दोष के आधार पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई ऐसे स्कूल भी हैं जो अभी तक फंक्शनल भी नहीं हुए हैं।