आयुर्वेदिक चिकित्सालय की रोगी कल्याण समिति की वार्षिक बैठक आयोजित

उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति हमारे पारंपरिक उपचार प्रणाली का अहम हिस्सा है। उन्होंने आयुष विभाग ऊना को मरीजों के लिए बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए कारगर कदम उठाने को कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस पारम्परिक आयुर्वेदिक पद्धति का लाभ मिल सके। उन्होंने अस्पताल में आने वाले मरीजों की सुविधाओं के विस्तार और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने को भी कहा।
बैठक में जिला आयुष अधिकारी डॉ. किरण शर्मा ने वार्षिक रिपोर्ट का ब्यौरा प्रस्तुत करते हुए बताया कि जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय द्वारा रोगियों को ओपीडी, आईपीडी लैब, आयुष्मान भारत, हिमकेयर की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ द्वारा अस्पताल में रोगियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर तत्परता के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 में 1 अप्रैल 2024 से 31 जनवरी, 2025 तक ओपीडी में कुल 17,400 मरीजों का उपचार किया गया है। चिकित्सालय लैब के जरिए 3,39,907 रूपये से 824 मरीजों के निशुल्क टेस्ट किए गए। आइपीडी में 3,477 रोगियों का ईलाज़ किया गया तथा आयुष्मान और हिमकेयर के तहत कुल 228 रोगियों का उपचार किया गया है। क्षारसूत्र में 757 रोगियों तथा पंचकर्म में 2003 रोगियों का उपचार किया गया है।
बैठक में सीएमओ ऊना संजीव वर्मा, जिला आयुष अधिकारी डॉ किरण शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र कुमार, सीपीओ संजय संख्यान, जिला कल्याण अधिकारी अनीता शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा सोम लाल धीमान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।