वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम से बढ़ेगी विकास की रफ्तार........ किन्नौर के हर गांव में दिखती है संस्कृति की झलक:- शुक्ल

वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम से बढ़ेगी विकास की रफ्तार........ किन्नौर के हर गांव में दिखती है संस्कृति की झलक:- शुक्ल

अक्स   न्यूज लाइन - किन्नौर, 26  सितंबर  
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल ने लेडी गवर्नर श्रीमती जानकी शुक्ला के साथ वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत किन्नौर जिला के नाको व लियो गॉंव का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत की।
लियो गांव में राज्यपाल ने कहा कि किन्नौर जिला के 55 गांव वाइब्रेंट विलेज में शामिल किए गए हैं जहां विकास को गति देने के लिये विभिन्न योजनाएं कार्यान्वित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी उन्हें सीमावर्ती गांव जिन्हें वाइब्रेंट विलेज कहा जाता है, जाने का आग्रह किया था। ऐसे गांव में सुविधाएं देने का काम भारत सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्राकृतिक आपदा के कारण उन्हें यहां का दौरा रद्द करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की सड़क संबंधी मांगों को हल करने के लिये हर संभव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय की बाध्यता नहीं होगी तो नोतोड़ और एफ.आर.ए. मामलों को उचित स्तर पर बातचीत कर हल करने का प्रयास किया जाएगा ताकि लोगों को सुविधा मिल सके।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत तैयार किये गए उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। यह प्रदर्शनी फुलसुम खण्डी व निरूप स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाई गई थी।
उपायुक्त किन्नौर सुश्री तोरूल रवीश ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा इन क्षेत्रों में कार्यान्वित की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी।
लियो के प्रधान नमग्युल कुमार ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा स्थानीय समस्याओं से अवगत करवाया।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने नाको गांव का दौरा किया और लोगों से बातचीत की। उन्होंने उनकी समस्याएं भी सुनीं।
इस अवसर पर, राज्यपाल ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी यहां लोगों को संस्कृति ने जोड़े रखा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल संस्कृति का प्रदेश है और हर गांव की समृद्ध संस्कृति है। इसलिए इसे देवभूमि भी कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज के तहत आज सीमावर्ती गांव का विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मंत्री ने देश के आखिरी गांव को पहला गांव कहा है। इसी कारण जनप्रतिनिधियों का इन क्षेत्रों का दौरा सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सहित अन्य मांगों को पूरा करने की कोशिश की जाएगी।
इस अवसर पर, हंगरंग रिंछेंन बौद्ध संस्कृति धरोहर संस्थान के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल का स्वागत किया।
राज्यपाल तथा लेडी गवर्नर ने यहां स्थापित मठ का दौरा भी किया तथा गांव भी गए। उन्होंने नाको झील भी देखी।
राज्यपाल के सचिव श्री राजेश शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री विवेक चाहल तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भो इस अवसर पर उपस्थित थे।