शिक्षा के साथ खेलों को भी नियमित समय दें युवा : रोहित ठाकुर
तीन दिवसीय इस खेल-कूद प्रतियोगिता में सोलन ज़िला के 46 स्कूलों की 543 छात्राएं वालीबॉल, कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन, योग तथा शतरंज में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाएंगी।
रोहित ठाकुर ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए मानसिक एकाग्रता, नियमित व्यायाम एवं परिश्रम आवश्यक है। यह सभी हमें विभिन्न खेलों से आसानी से प्राप्त होते हैं। उन्होंने कहा कि खेल हमें व्यवस्थित तरीके से जीवन जीना सिखाते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी छात्रों में प्रतिभा विद्यमान होती है और इस प्रतिभा को पहचान कर आज के छात्र-छात्राएं न केवल सफलता का सर्वोच्च शिखर प्राप्त कर सकते हैं अपितु देश के विकास में मुख्य सहायक भी बन सकते हैं। उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि नशामुक्त हिमाचल की परिकल्पना को साकार करें और न तो स्वयं नशा करें तथा न ही अपने किसी साथी को नशा करने दें। उन्होंने कहा कि नशामुक्त हिमाचल का निर्माण युवा वर्ग एवं विद्यार्थियों के सहयोग से ही सम्भव है। विद्यार्थियों को नशे को न कहने का संकल्प जीवनभर निभाना होगा तभी हम नशामुक्त समाज की परिकल्पना कर सकते हैं। उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे समाज हित में सदैव तत्पर रहें और सकारात्मक कार्यों में समाज को सहयोग दें।
रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाना है ताकि प्रदेश की शिक्षा को फिर से उच्च स्तर पर पहुंचाया जा सके। इस दिशा में वर्तमान सरकार द्वारा शिक्षा पर बजट का लगभग 18 प्रतिशत व्यय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निकट भविष्य में प्रवक्ता तथा टी.जी.टी के 700 पद तथा लगभग 6200 एन.टी.टी. अध्यापकों की नियुक्ति करेगा।
शिक्षा मंत्री ने बच्चों की शिक्षा को निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए शिक्षण सत्र के मध्य अध्यापकों के स्थानांतरण पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ठाकुर व अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेहतर शिक्षा, गुणवत्तायुक्त अधोसंरचना और छात्रों के घर-द्वार के समीप अच्छी सुविधाएं उपलब्ध करवाकर हिमाचली युवाओं को देश का बेहतर नागरिक बनाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वर्तमान में छात्रों की संख्या और छात्र-अध्यापक अनुपात को बेहतर बनाने के लिए विद्यालयों के युक्तिकरण पर ध्यान दे रही है।
उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्रों को 15 हजार रुपए देने की घोषणा की। ए.डी.पी.ओ. अशोक बसु ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा खेलकूद प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।