हिमाचल प्रदेश जिला परिषद कैडर के अधिकारी एवं कर्मचारी संघ ने अनिश्चितकालीन पेन डाउन हड़ताल शुरू
- शिमला
हिमाचल प्रदेश जिला परिषद कैडर के अधिकारी एवं कर्मचारी संघ ने सोमवार से अनिश्चितकालीन पेन डाउन हड़ताल शुरू कर दी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में अधिकारी और कर्मचारियों अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। हड़ताल को कारण लोगों की परेशानी बढ़ बढ़ गई है। वहीं, दूसरी ओर कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है, तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे।
इसी कड़ी में यह हड़ताल हमीरपुर ब्लॉक अध्य्क्ष नरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में हमीरपुर ब्लॉक के सभी जिला परिषद कर्मचारियों ने विकास खंड परिसर में बैठकर हड़ताल की शुरुआत की है। इन कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक हमारी एकमात्र मांग विभाग में विलय करने के साथ ही इन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग को नहीं माना जाता है।
यह हड़ताल निरंतर चलती रहेगी, जिसकी जिम्मेदारी विभाग और प्रदेश सरकार की होगी। कुल्लू जिले में भी अब जिला परिषद कैडर के तहत नियुक्त किए गए कर्मचारियों ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। वहीं, उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग रखी है कि कार्य के तहत काम कर रहे सभी कर्मचारियों को पंचायती राज विभाग में विलय किया जाए। ताकि उन्हें भी सरकार के द्वारा दिए जा रहे वित्तीय लाभ और अन्य सुविधाएं मिल सकें।
कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर भी कर्मचारियों से मिलने पहुंचे और उन्होंने भी उनकी मांगों का समर्थन किया। जिला परिषद में तैनात कर्मचारी संघ के अध्यक्ष यशपाल शर्मा ने बताया कि जिला परिषद कैडर के सभी कर्मचारी-अधिकारी पंचायत सचिव, कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता, तकनीकी सहायक आदि पंचायती राज विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग का कार्य कर रहे हैं।
लेकिन न तो ग्रामीण विकास विभाग और न ही पंचायती राज विभाग इन्हें अपना कर्मचारी मानता है।जिला ऊना के खंड विकास कार्यालय में सोमवार को जिला परिषद कैडर के पंचायत सचिवों कनिष्ठ अभियंता और अन्य कर्मचारियों ने पेन डाउन हड़ताल करते हुए धरना प्रदर्शन किया। करीब 22 वर्षों से सेवाएं दे रहे यह कर्मचारी अपने ही विभाग में विलय न होने के चलते प्रदर्शन पर उतारू हैं।
कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाता तब तक उन्हें अनिश्चित काल तक हड़ताल पर भी अगर बैठना पड़ेगा तो वह बैठेंगे। जिला परिषद कर्मचारी करसोग में कलम छोड़ो आंदोलन पर बैठ गए हैं। मंडी के तहत करसोग व चुराग विकास खंडों में जिला परिषद कैडर के तहत कुल 54 कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं।