जिलावासी भवनों का निर्माण करने से पहले राष्ट्रीय भवन कोड-2016 का करें अवलोकन- एल. आर. वर्मा
इसी दौरान आज दूसरे दिन प्रतिभागियों ने नाहन शहर के कुछ निजी एवं सरकारी भवनों का भी जोखिम आंकलन प्रायोगिक रूप में किया एवं इसकी रूपरेखा केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की को प्रस्तुत की।
उन्होने जिला वासियों से आग्रह किया कि भवनों का निर्माण से पूर्व राष्ट्रीय भवन कोड -2016 का अवलोकन जरूर करें।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने इस दो दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित होने के लिए सभी तकनीकी स्टाफ को बधाई दी एवं उन्होंने सभी से आग्रह भी किया कि वे धरातल पर अपने कनिष्ठ अभियंताओं एवं तकनीकी स्टाफ को भी भवन जोखिम आंकलन करने संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम देंगे ताकि भविष्य में सिरमौर जिला में भवनों को भूकंप एवं भूस्खलन आदि आपदाओं से सुरक्षित किया जा सके, जिससे कि जिला में जान एवं माल के नुकसान को भविष्य में कम किया जा सके।
इसके उपरांत केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम. एम. दालबेहेरा ने मुख्य अतिथि का आभार किया एवं इस कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी, उन्होंने कहा कि वह भविष्य में केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की की टीम के साथ धरातल पर भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे ताकि जिला में पूर्व चिन्हित स्थलों पर इस जोखिम आंकलन प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूर्ण किया जा सके।
अंत में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल. आर. वर्मा ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया एवं सभी प्रतिभागियों का इस दो दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित होने पर आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया। इस अवसर पर आशीष कपूर, वैज्ञानिक केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की, प्रताप पराशर, वित्त योजना अधिकारी, राजन कुमार शर्मा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिरमौर व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।